Republic Day 2024: गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों, पहले इन्हें मिला था निमंत्रण
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 2024 गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। यह छठी बार है जब किसी फ्रांसीसी नेता को बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है। मैक्रों से पहले पूर्व फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक्स शिराक 1976 और 1998 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे और पूर्व राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी-एस्टिंग निकोलस सरकोजी और फ्रेंकोइस ओलांद क्रमशः 1980 2008 और 2016 में मुख्य अतिथि थे।
एजेंसी, नई दिल्ली। हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर किसी न किसी नेता को आमंत्रित किया जाता है। इस साल फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
पीएम मोदी बेस्टाइल परेड में हुए थे शामिल
इससे पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने 14 जुलाई को पेरिस में आयोजित बेस्टाइल डे परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेस्टाइल डे परेड में सम्मानित अतिथि बनने वाले भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। इससे पहले 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह परेड में अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
भारतीय सेना की टुकड़ी का परेड में प्रदर्शन
इस साल फ्रांसीसी राष्ट्रपति को आमंत्रित कर के भारत ने फ्रांस के साथ अपने मैत्रीपूर्ण संबंध को दर्शा रहा है। भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सेना के तीनों अंगों की 241 सदस्यीय भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी परेड में हिस्सा लिया था। भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व पंजाब रेजिमेंट ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के साथ किया था। इसके साथ ही, भारतीय वायु सेना के राफेल जेट परेड के दौरान फ्लाई पास्ट में शामिल हुए थे।
जी 20 शिखर सम्मेलन में हुआ था भारत का दौरा
फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने भी इस साल सितंबर में भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था। राष्ट्रपति मैक्रों और प्रधानमंत्री मोदी ने 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक भी की। बैठक के बाद, पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने भारत-फ्रांस संबंधों को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।दोनों नेताओं ने भारत में उत्पादन के डिजाइन और विस्तार में साझेदारी के माध्यम से रक्षा सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और रक्षा औद्योगिक रोडमैप को शीघ्र अंतिम रूप देने का आह्वान किया।