जब तक समाज में भेदभाव है, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए: संघ प्रमुख मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। भेदभाव अदृश्य होते हुए भी समाज में मौजूद है। उन्होंने कहा कि जब तक ऐसा भेदभाव बना हुआ है संविधान में प्रदत्त आरक्षण का हम पूरा समर्थन करते हैं। सतही रूप से भेदभाव भले ही नजर न आये लेकिन यह समाज में व्याप्त है।
क्या कुछ बोले आरएसएस प्रमुख?
इसे भी पढ़ें: संविधान से हटेगा 'INDIA' शब्द? भाजपा सांसद बोले- इंडिया शब्द अंग्रेजों की दी गई एक गालीसामाजिक व्यवस्था में हमने अपने बंधुओं को पीछे रखा। हमने उनकी परवाह नहीं की। यह सिलसिला दो हजार साल तक चलता रहा। जब तक हम उन्हें समानता प्रदान नहीं कर देते, तब तक कुछ विशेष उपाय करने होंगे।
अब स्थिति ऐसी बन रही है कि जो लोग भारत से अलग हुए उन्हें लगने लगा है कि उन्होंने गलती कर दी है। उन सभी को लगता है कि उन्हें फिर से भारत में होना चाहिए। उन्हें लगता है कि ऐसा करने के लिए उन्हें नक्शे पर मौजूद रेखाओं को मिटाना होगा। लेकिन, ऐसा नहीं है। भारत में होने का अर्थ भारत की प्रकृति (स्वभाव) को स्वीकार करना है।