नागार्जुन अक्किनेनी के कन्वेंशन सेंटर पर चला बुलडोजर, CM रेड्डी ने समर्थन करते हुए पढ़ दिया भगवद गीता का सार
नागार्जुन अक्किनेनी के सह-स्वामित्व वाले कन्वेंशन सेंटर को ध्वस्त करने को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बिल्कुल सही बताया है। रेड्डी ने भगवद गीता का जिक्र करते हुए कहा कि अधर्म को हराने के लिए धर्म का पालन करना चाहिए भले ही इसका मतलब अपने दोस्तों के साथ युद्ध करना हो। हालांकि नागार्जुन ने इस कदम की कड़ी निंदा की और दावा किया कि यह गैरकानूनी है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अभिनेता नागार्जुन अक्किनेनी के सह-स्वामित्व वाले कन्वेंशन सेंटर को ध्वस्त करने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भगवद गीता का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण की शिक्षाओं के तहत यह उचित कदम था। उन्होंने रविवार को कहा कि उनकी सरकार झीलों पर अतिक्रमण करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेगी, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।
क्या बोले रेड्डी?
हरे कृष्ण आंदोलन के एक समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवद गीता अवैध संरचनाओं को ध्वस्त करने की प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने सिखाया है कि लोगों की भलाई के लिए, अधर्म को हराने के लिए धर्म का पालन करना चाहिए, भले ही इसका मतलब अपने दोस्तों के साथ युद्ध करना हो।
रक्षा करना हमारा कर्तव्य
इससे पहले कांग्रेस नेता पल्लम राजू और दानम नागेंदर की संपत्तियां पहले ही हाइड्रा द्वारा गिरा दी गई हैं। सीएम ने आगे कहा कि 'झीलों को बचाने के लिए विध्वंस की कार्यवाही कर रहा हूं, हालांकि मुझे पता है कि इससे कई लोग नाराज होंगे, जो मेरी सरकार पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। हैदराबाद को चेन्नई, उत्तराखंड या वायनाड बनने से रोकने के लिए इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।'नागार्जुन ने इसे बताया 'गैरकानूनी'
नागार्जुन ने इस कदम की कड़ी निंदा की और दावा किया कि यह 'गैरकानूनी' है। उन्होंने कहा कि अगर अदालत ने उनके खिलाफ फैसला सुनाया होता तो वह खुद ही इस ढांचे को गिरा देते। बता दें कि नगर निगम अधिकारियों ने मणिकोंडा में तेलुगु सिनेमा कलाकारों के 225 रो हाउस को नोटिस जारी किया है।भारत राष्ट्र समिति के नेता हरीश राव ने कहा कि यह विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और उन पर कांग्रेस में शामिल होने का दबाव बनाने का प्रयास है। बीआरएस नेता पल्ला राजेश्वर राव और मल्ला रेड्डी के कॉलेजों पर कार्रवाई हो सकती है।