जनवरी में सड़कों पर बड़ा जोखिम, कोहरे के कारण कम दृश्यता हादसों की बड़ी वजह; पिछले साल डेढ़ लाख लोगों की मौत
जनवरी में सड़कों पर बड़ा जोखिम आता है। कोहरे के कारण कम दृश्यता हादसों की बड़ी वजह होती है। बुधवार से परिवहन मंत्रालय सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन करने जा रहा है जिसमें नियमों के पालन पर जोर रहेगा।
नई दिल्ली, मनीष तिवारी। सिर्फ 48 घंटों के भीतर अकेले उत्तर प्रदेश में अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दस लोगों की जानें चली गईं। ऐसी ही दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली आदि में भी हुईं, जहां कोहरे के चलते कम दृश्यता सड़क हादसों का कारण बनी।
जनवरी में सबसे अधिक दुर्घटनाएं
सड़क परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी पिछले साल सबसे अधिक मार्ग दुर्घटनाओं वाला महीना रहा। जनवरी में 40305 दुर्घटनाएं हुईं और 14575 लोगों को इनमें अपनी जान गंवानी पड़ी। इसका एक बड़ा कारण उत्तर भारत के राज्यों में कोहरे का प्रकोप भी है।
यह भी पढ़ें: सड़कों की इलेक्ट्रानिक निगरानी में राज्य सुस्त, कुछ ही राज्यों में हुआ काम; सभी शहर अभी भी नहीं आए दायरे में
कोहरा और धुंध हादसों की वजह
पिछले साल की मार्ग दुर्घटनाओं की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच सालों से जनवरी सबसे अधिक मार्ग दुर्घटनाओं वाले महीनों में रहा है। कोहरा और धुंध पिछले साल सात प्रतिशत सड़क हादसों की वजह रहा और आठ प्रतिशत लोगों की दुर्घटनाओं में जान जाने की वजह कम ²श्यता वाला मौसम रहा।
पिछले साल डेढ़ लाख से अधिक लोगों की मौत
गौरतलब है कि पिछले साल 4,12,432 सड़क दुर्घटनाओं में 1,53,972 लोगों की जान गई। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ रोहित बलूजा के अनुसार दुर्घटनाओं में कमी न आ पाने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। कोहरा सड़क सुरक्षा के लिए चुनौती है और यह दिसंबर-जनवरी में रोड ट्रैफिक के लिए खतरनाक साबित होता है।
लोगों को बरतनी चाहिए सावधानी
लोगों को ड्राइविंग में सावधानी बरतनी चाहिए, लेकिन रोड एजेंसियां यह क्यों नहीं सुनिश्चित करती हैं कि सड़कों में लोगों को खतरे से बचाने के लिए रिफ्लेक्टर सही तरह काम करें, गाडि़यों के पीछे और साइड में रिफ्लेक्टर टेप इस तरह लगे हों कि वे दूसरे वाहन चालकों को नजर आएं। इन्फोर्समेंट के मामले में ढिलाई के कारण ही सड़कों पर जोखिम बढ़ जाता है।
गाड़ी चलाते समय मानवीय चूक स्वाभाविक है। तकनीक की मदद से और नियमों के अनुपालन पर जोर देकर ऐसी गलतियों को जानलेवा बनने से रोका जा सकता है। कई हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर गति सीमा को कम कर दिया जाता है, लेकिन इस पर सही तरह अमल नहीं हो पाता।
बुधवार से सड़क सुरक्षा सप्ताह
सड़क परिवहन मंत्रालय बुधवार से अगले मंगलवार तक सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन करने जा रहा है और यह उम्मीद की जा रही है कि इस सप्ताह के दौरान सभी राजमार्गों और एक्सप्रेस वे, टोल प्लाजा और क्षेत्रीय कार्यालयों में होने वाले आयोजनों के जरिये लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा।
सड़क सुरक्षा के लिए इस साल कई अहम पहल करने जा रहा मंत्रालय इस सप्ताह के माध्यम से सड़कों के वातावरण को दुरुस्त बनाने की कोशिश में है। खासकर इसलिए भी, क्योंकि अगले दो सप्ताह के भीतर सड़क सुरक्षा से संबंधित सुप्रीम कोर्ट की समिति की बैठक होने वाली है, जिसमें सड़कों की इलेक्ट्रानिक निगरानी के लिए राष्ट्रव्यापी नीति बनाने पर चर्चा होगी।
पिछले पांच साल में जनवरी में हुईं दुर्घटनाएं और मौतें
साल | दुर्घटनाएं | मौत |
2017 | 39424 | 12416 |
2018 | 41780 | 13196 |
2019 | 41130 | 13688 |
2020 | 39527 | 12736 |
2021 | 40305 | 14575 |
अमिताभ बच्चन जुड़ेंगे सड़क सुरक्षा कार्यक्रम से
सड़क सुरक्षा के अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय प्रख्यात अभिनेता अमिताभ बच्चन का भी सहयोग लेने जा रहा है। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सड़क सुरक्षा को लोगों के व्यवहार और आदत में शामिल करने के लिए मंत्रालय अमिताभ समेत कुछ अन्य सेलिब्रिटी को अपने अभियान में शामिल करने जा रहा है। अमिताभ बच्चन सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ एक टाक शो के जरिये इस अभियान से जुड़ेंगे, जिसकी रिकार्डिंग कर ली गई है। इस शो की स्क्रिप्ट प्रसून जोशी ने लिखी है।
यह भी पढ़ें: 11 से 17 जनवरी तक मनाए जाने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह में जागरूकता के साथ सख्ती पर भी जोर