Move to Jagran APP

Rohith Vemula: रोहित वेमुला दलित नहीं था', तेलंगाना पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट की दाखिल; जानिए क्या कुछ कहा?

तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की मौत मामले में एक स्थानीय कोर्ट के समक्ष क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रोहित वेमुला दलित नहीं था और उसने असली पहचान उजागर होने के डर से आत्महत्या की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि मृतक को कई मुद्दे परेशान कर रहे थे जिसकी वजह से वह आत्महत्या कर सकता था।

By Agency Edited By: Anurag GuptaUpdated: Fri, 03 May 2024 10:34 PM (IST)
Hero Image
2016 में रोहित वेमुला ने की थी आत्महत्या (फाइल फोटो)
पीटीआई, हैदराबाद। तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की मौत मामले में एक स्थानीय कोर्ट के समक्ष क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रोहित वेमुला दलित नहीं था और उसने असली पहचान उजागर होने के डर से आत्महत्या की थी।

क्लोजर रिपोर्ट में क्या कुछ कहा गया?

मामले की जांच करने वाली साइबराबाद पुलिस ने कोर्ट को बताया कि रोहित वेमुला अनुसूचित जाति का नहीं था और उसे इसकी जानकारी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि मृतक को कई मुद्दे परेशान कर रहे थे, जिसकी वजह से वह आत्महत्या कर सकता था।

यह भी पढ़ें: तीन आरोपी गिरफ्तार, मुख्यमंत्री को समन... अमित शाह के फेक वीडियो केस में अब तक क्या-क्या हुआ?

बता दें कि रोहित वेमुला ने 2016 में आत्महत्या की थी। पुलिस ने कोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में बताया कि रोहित वेमुला को पता था कि वह अनुसूचित जाति से नहीं है और उसकी मां ने उसे एससी प्रमाण पत्र दिलाया था। इसे लेकर डर रहा होगा, क्योंकि इसके उजागर होने से उसे अपनी शैक्षणिक डिग्रियां खोनी पड़ सकती हैं और अभियोजन का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद यह स्थापित करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला कि आरोपियों के कार्यों ने मृतक को आत्महत्या के लिए प्रेरित किया है। आरोपियों में हैदराबाद यूनिवर्सिटी के तत्कालीन कुलपति अप्पा राव और हरियाणा के निवर्तमान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय भी शामिल थे। 

यह भी पढ़ें: कौन है अरुण रेड्डी? जिसकी गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में हुई गिरफ्तारी

जमकर हुई थी राजनीति

सनद रहे कि रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में खूब राजनीति हुई थी। इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया था और तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की भी आलोचना की थी।