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Parliament Security Breach: सुरक्षा चूक पर राज्यसभा में हंगामा, गृह मंत्री के बयान की मांग पर अड़े विपक्षी सांसदों ने किया वाकआउट

बुधवार को लोकसभा में सदन की बैठक के दौरान दो युवकों के कूदने के घटनाक्रम का असर राज्यसभा में भी नजर आया। प्रश्नकाल और भोजनवकाश के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही उच्च सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सदस्यों ने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।

By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 13 Dec 2023 09:44 PM (IST)
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संसद में सुरक्षा चूक पर राज्यसभा में हंगामा हुआ। (फोटो- एएनआई)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बुधवार को लोकसभा में सदन की बैठक के दौरान दो युवकों के कूदने के घटनाक्रम का असर राज्यसभा में भी नजर आया। प्रश्नकाल और भोजनवकाश के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही उच्च सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।

राज्यसभा में जमकर नारेबाजी

उनकी ओर से की जा रही नारेबाजी पर कई बार सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें ऐसा न करने के लिए भी कहा। विपक्षी सांसद सदन की सुरक्षा सुनिश्चित होने तक कार्यवाही स्थगित करने की भी मांग कर रहे थे।

धनखड़ ने लंच के बाद कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा के घटनाक्रम की सांसदों को जानकारी दी और कहा कि मुझे सूचना मिली है कि घुसपैठ करने वाले युवकों को पकड़ लिया गया है। संसद की सुरक्षा सेवा पूरे मामले की जांच कर रही है। हम आज की बैठक समाप्त होने तक इसके नतीजों से सदस्यों को अवगत कराएंगे।

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खरगे ने उठाया सुरक्षा चूक का मामला

इसी दौरान सुरक्षा चूक पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह गंभीर मामला है। विपक्षी सदस्यों ने भी संसद हमले में बलिदान हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी है। हम हमेशा देश की एकता और सुरक्षा के लिए सहयोग करने के लिए तैयार हैं।

विपक्षी सदस्यों ने यह मसला तब उठाया जब सदन में विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम पर बहस चल रही थी। जब विपक्षी सदस्यों का शोरशराबा समाप्त नहीं हुआ तो धनखड़ को कहना पड़ा कि हमें हर मामले में राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

उन्होंने सदस्यों से यह भी कहा कि जिस सदन (लोकसभा) का यह मामला है, वहां कामकाज हो रहा है, फिर यह तो उच्च सदन है। इस पर खरगे ने फिर हस्तक्षेप किया और कहा कि आपने सदन चलाने की अनुमति दी है, लेकिन यह गंभीर मामला है। केवल राज्यसभा अथवा लोकसभा का विषय नहीं है।

धनखड़ ने सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की

सवाल यह है कि दो लोग कैसे इतनी बड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लोकसभा में कूदने में सफल रहे। इस पर धनखड़ ने कहा कि उन्हें जैसे ही इस मामले की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत सुरक्षा निदेशक को बुलाकर हालात जाने। यह हमारे लिए भी चिंता की बात है और हमें पूरे मामले की जांच होने तक प्रतीक्षा करनी चाहिए।

जब धनखड़ ने विवरण देने के लिए कुछ और समय मांगा तो खरगे ने कहा कि लोग मर रहे हैं और आप समय मांग रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल के नेता लगातार नारेबाजी करते रहे। इस समय तक नेता सदन पीयूष गोयल भी राज्यसभा आ चुके थे।

उन्होंने कहा कि विपक्ष को इस मामले पर राजनीति करने के बजाय पूरे देश को सही संदेश देना चाहिए। कांग्रेस मामले का राजनीतिकरण कर रही है। जब सभापति ने सदन स्थगित करने की विपक्षी सदस्यों की मांग नहीं मानी तो वे सदन से वाकआउट कर गए।

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