'यूक्रेन नहीं चाहता वार्ता, शांति के लिए तैयार है रूस', पश्चिमी देशों के रवैये पर रूसी राजदूत ने उठाए सवाल
भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा दावा किया है। राजदूत डेनिस अलीपोव ने दावा करते हुए कहा कि रूस शांति के लिए तैयार है लेकिन यूक्रेन ऐसा नहीं करना चाहता है। रूसी राजदूत ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच तनावपूर्ण स्थिति है लेकिन इसके बावजूद यूक्रेन को पश्चिमी देशों से हथियारों की लगातार आपूर्ति हो रही है।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 28 Aug 2023 06:18 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव (Russian Ambassador Denis Alipov) ने रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) को लेकर बड़ा दावा किया है। राजदूत डेनिस अलीपोव (Denis Alipov) ने दावा करते हुए कहा कि रूस शांति के लिए तैयार है, लेकिन यूक्रेन ऐसा नहीं करना चाहता है। उन्होंने कहा कि रूस, यूक्रेन के साथ युद्ध को लेकर शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। इसलिए उन्होंने समाधान के लिए दिलचस्पी भी दिखाई, लेकिन यूक्रेन बार-बार बातचीत से पीछे हट रहा है।
'पश्चिमी देश लगातार कर रहे यूक्रेन को हथियार सप्लाई'
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ हुए एक इंटरव्यू में रूसी राजदूत ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच तनावपूर्ण स्थिति है, लेकिन इसके बावजूद यूक्रेन को पश्चिमी देशों से हथियारों की लगातार आपूर्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि इससे हालात और बिगड़ेंगे और दुश्मनी को खत्म करने के लिए कोई रास्ता नहीं बच पाएगा।
शांतिपूर्ण समाधान चाहता है रूस- पुतिन
उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच लड़ाई जारी है और हम शुरूआत से ही बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। हालांकि, यूक्रेन हमारे साथ बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। साथ ही पश्चिमी देश यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति भी कर रहे हैं, जिससे स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
पश्चिमी देशों पर बरसे रूसी राजदूत
रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि रूस ने साफ कर दिया है कि नाटो का विस्तार पूर्वी देशों के लिए खतरनाक है। अगर इन देशों ने आपस में तालमेल नहीं बैठाया तो यह और युद्ध को जन्म दे सकता है। उन्होंने आगे कहा कि रूस के नजरिए को खारिज कर दिया गया और किसी ने भी हमारी बात नहीं सुनी। यह युद्ध पश्चिमी देशों के अड़ियल रुख का परिणाम है।रूसी राजदूत ने प्रतिबंधों पर उठाए सवाल
इसके साथ ही उन्होंने रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ जो प्रतिबंध लगाए गए हैं, वे आर्थिक युद्ध से कम नहीं है। अलीपोव ने दावा किया कि इन प्रतिबंधों के बावजूद उनके देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है।