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रूसी हैकरों ने भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट को किया हैक, सीईआरटी-आइएन मामले में करेगा जांच

क्लाउडसेक के साइबर सिक्योरिटी एक्सप‌र्ट्स ने दावा किया है कि रूसी हैकरों के ग्रुप फीनिक्स ने स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट को निशाना बनाया है। इसके जरिए हैकर्स देश के सभी अस्पतालों के कर्मचारियों और मुख्य चिकित्सकों के डेटा तक पहुंच गए हैं।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Thu, 16 Mar 2023 11:46 PM (IST)
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रूसी हैकरों ने भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट को किया हैक

नई दिल्ली, प्रेट्र: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट गुरुवार को हैक हो गई। बताया जाता है कि रूसी हैकर्स ने ये वेबसाइट हैक की। इसके बाद मंत्रालय ने इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पान्स टीम (सीईआरटी-आइएन) से मामले की जांच करने को कहा है।

फीनिक्स ने वेबसाइट को निशाना बनाया

क्लाउडसेक के साइबर सिक्योरिटी एक्सप‌र्ट्स ने दावा किया है कि रूसी हैकरों के ग्रुप फीनिक्स ने स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट को निशाना बनाया है। इसके जरिए हैकर्स देश के सभी अस्पतालों के कर्मचारियों और मुख्य चिकित्सकों के डेटा तक पहुंच गए हैं। मंत्रालय द्वारा सीईआरटी-आइएन से इस बारे में जानकारी मांगी गई है। वो इसकी जांच कर रहे हैं, जल्द ही इसकी रिपोर्ट सौंपेंगे।

सीईआरटी-आइएन भारत सरकार के इलेक्ट्रानिक्स एंड आईटी मंत्रालय के तहत काम करती है। यह हैकिंग और फिशिंग जैसे साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए नोडल एजेंसी है, जो भारतीय इंटरनेट डोमेन की सुरक्षा को मजबूत करती है। क्लाउडसेक की एक रिपोर्ट के अनुसार हैकरों के ग्रुप ने बताया कि उसने ये साइबर हमला आयल प्राइस कैप पर भारत के समझौते और रूस-यूक्रेन युद्ध पर जी 20 के प्रतिबंधों के कारण किया है।

रशियन फेडरेशन के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध

क्लाउडसेक ने कहा कि इस वेबसाइट को टारगेट करने के पीछे मकसद रशियन फेडरेशन के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध थे। क्लाउडसेक ने कहा कि फीनिक्स जनवरी 2022 से एक्टिव है और यह ग्रुप फिशिंग घोटालों और अमेरिका, जापान व ब्रिटेन के अस्पतालों को लक्षित करने के लिए जाना जाता है। अमेरिकी सेना की सेवा करने वाले स्वास्थ्य संगठन और स्पेनिश विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर हमले के पीछे भी यही ग्रुप है।