Bihar Politics: 'बिहार के लोगों से ज्यादा उन्हें सत्ता से प्यार', सचिन पायलट का नीतीश कुमार पर हमला
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें जनता से ज्यादा सत्ता प्यारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार भाजपा के सामने बेबस हो गए हैं और 'डबल इंजन' सरकार विफल रही है। पायलट ने पीएम मोदी से बिहार के लिए किए गए वादे पूरे करने का सवाल भी किया और कहा कि सरकार बदलने से ही बिहार का विकास हो सकता है।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट का नीतीश कुमार पर आरोप। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रविवार (02 नवंबर, 2025) को आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य के लोगों से ज्यादा सत्ता और कुर्सी से प्यार है। पटना में पत्रकारों से बात करते हुए पायलट ने यह भी कहा कि बिहार में भाजपा की 'बैसाखी' विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद छीन ली जाएगी।
पायलट ने कहा, "अपने '400 पार' के दावे के उलट, भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में 250 सीटें भी नहीं ला पाई। उसे केंद्र में सरकार बनाने के लिए बिहार और आंध्र प्रदेश में अपनी 'बैसाखियों' का सहारा लेना पड़ा।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश कुमार भाजपा के सामने बेबस हो गए हैं।
'सीएम की कुर्सी के मोह ने उन्हें लाचार कर दिया है'
पायलट ने कहा, "ये वही नीतीश कुमार हैं, जिन्होंने नरेंद्र मोदी को बिहारियों के सैकड़ों काटे हुए नाखून कूरियर किए थे, जब प्रधानमंत्री ने डीएनए पर सवाल उठाए थे। अब मुख्यमंत्री की कुर्सी के मोह ने उन्हें लाचार कर दिया है।" कांग्रेस नेता ने कहा कि एनडीए नेता जिस 'डबल इंजन' की बात करते रहते हैं, वह सभी फ्रंट पर फेल हो गया है।
पीएम मोदी से भी किया सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने सवाल किया, "मोदी जी आज बिहार में रोड शो के लिए आ रहे हैं, लेकिन उन्होंने बिहार के बारे में कितने वादे पूरे किए हैं—1.25 लाख करोड़ का पैकेज लागू करना, इन्वेस्टमेंट लाना, रोजगार पक्का करना और किसानों की इनकम दोगुनी करना? इनमें से कितने वादे पूरे हुए?"
उन्होंने आरोप लगाया कि जिन सड़कों पर आज पीएम यात्रा करेंगे, वे वही हैं जिन पर बेरोजगारी और दूसरे मुद्दों पर विरोध करने पर छात्रों को पीटा गया था। एनडीए के चुनावी घोषणापत्र का जिक्र करते हुए पायलट ने आरोप लगाया कि गठबंधन नए झूठे वादे करके लोगों को गुमराह कर रहा है, जबकि पुराने वादे पूरे नहीं हुए।
उन्होंने कहा, 'एनडीए के पास पिछले 20 सालों में बिहार के विकास के लिए काम करने का मौका था, लेकिन वह ऐसा करने में नाकाम रही है और नए-नए वादे करती रहती है।' उन्होंने दावा किया कि बिहार प्रवास और बेरोजगारी से जूझ रहा है और सिर्फ सरकार बदलने से ही लोगों को इस स्थिति से निकलने में मदद मिल सकती है।

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