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कोलकाता की बेटी ने किया अंडरवाटर ड्रोन का आविष्कार

महानगर की बेटी ने एक ऐसा आविष्कार कर दिया है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। 28 साल की संप्रीति भट्टाचार्य नाम की इस लड़की ने अंडरवाटर ड्रोन बना डाला है जो समुद्र की गहराई में वहां भी काम कर सकेगा जहां जीपीएस काम नहीं करता है।

By Manish NegiEdited By: Updated: Fri, 29 Jan 2016 06:39 PM (IST)
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कोलकाता। महानगर की बेटी ने एक ऐसा आविष्कार कर दिया है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। 28 साल की संप्रीति भट्टाचार्य नाम की इस लड़की ने अंडरवाटर ड्रोन बना डाला है जो समुद्र की गहराई में वहां भी काम कर सकेगा जहां जीपीएस काम नहीं करता है। इसके साथ ही हाइड्रोस्वार्म का पेटेंट भी संप्रीति के नाम हो गया है।

इस नायाब आविष्कार के लिए संप्रीति को प्रतिष्ठित फो‌र्ब्स पत्रिका ने दुनिया के 30 पावरफुल यंग चेंज एजेंट में शामिल कर लिया है। उन्होंने सात साल पहले ही अपना शहर छोड़ दिया था और फिलहाल वह मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी) में पीएचडी कर रही हैं। रिसर्च के दौरान ही उन्होंने यह आविष्कार किया है।

अंडरवाटर नेवीगेशन की दिशा में यह आविष्कार काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह ड्रोन समुद्र को मापने के साथ पानी के नीचे प्रदूषण के बारे में भी पता लगा सकता है। सूक्ष्म जीवों को भी यह पहचान सकेगा। संप्रीति ने बताया कि हाइड्रोस्वार्म एक शुरुआत है जिसमें छोटे-छोटे ड्रोन का आकार अंडे की तरह होगा और यह फुटबॉल से भी छोटा होगा। यह ड्रोन 100 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को चार घंटे में कवर कर सकता है।

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