जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी पर साजिश अौर गुंडागर्दी का आरोप
कैदी की हत्या की जांच करने वाले पुलिस ने इंद्राणी और अन्य लोगों के बयान दर्ज कराए हैं, जिसमें पासपोर्ट जालसाजी मामले में जेल में गए एक विदेशी भी शामिल है।
मुंबई (जेएनएन)। बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी बायकुला वीमेन जेल में सजा काट रही हैं। उनके उपर चार-पांच अन्य लोगों के साथ जेल के अंदर गुंडागर्दी करने का आरोप लग रहा है।बताया जाता है कि जेल के अंदर आजीवन कारावास की सजा काट रही मंजुला शेट्टी की हत्या कर दी गई। कैदी की हत्या की जांच करने वाले पुलिस ने इंद्राणी और अन्य लोगों के बयान दर्ज कराए हैं, जिसमें पासपोर्ट जालसाजी मामले में जेल बंद एक विदेशी भी शामिल है।
इंद्राणी ने इस पर कहा है कि वह चार-पांच लोगों के द्वारा मंजुला शेट्टी की हत्या के चश्मदीद गवाहों में से एक है। उन्होंने कहा कि उसने इस क्रूरता का विरोध भी किया था।
नागपाड़े पुलिस अधिकारी ने बताया, इंद्राणी ने कहा कि जेल स्टाफ ने शेट्टी के उपचार की मांग पर उनकी उपेक्षा की। मृतक शेट्टी के भाई ने बताया कि वह अगले छह महीने में जेल से रिहा होने वाली थी।
इधर बायकुला जेलर मनीषा पोखरकर के अलावा गार्ड बिंदु नायकोड़े, वसीमा शेख, शीतल शेगांवकर, सुरेखा गुडवे और आरती शिंगेन को शनिवार को निलंबित कर दिया गया। शेट्टी के शरीर के पोस्टमार्टम के बाद ये सामने आया कि शेट्टी पर कई वार किये गए थे जिससे उसका शरीर बुरी तरह से घायल हुआ था। प्रारंभिक रिपोर्टों से यह बात सामने आई कि उसके शरीर को किसी बड़े कुंदे जैसे कोई सामान से चोट किया गया था। पुलिस अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
जेल के अधिकारियों ने दावा किया कि शेट्टी के साथ कैदियों को पैसे के बदले लाभ देने वाले रैकेट को लेकर जेलरों का टकराव हुआ था। लेकिन जांचकर्ताओं ने इस इस बात की तरफ इशारा किया है कि शेट्टी भीड़भरे जेल में अन्याय और इस तरह के अकृत्यों के खिलाफ शिकायत करती थी इसलिए भी उसे निशाना बनाया जा सकता था। नागपाड़ा पुलिस अधिकारी ने कहा, "शुक्रवार को, शेट्टी को जेलर और गार्ड के साथ लड़ाई हुई जिसमें जेलरों ने उस पंच मार दिया था। जिसके बाद वह अचेत हो गई थी।"
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