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Manipur Violence: 15 अगस्त से पहले मणिपुर में बढ़ाई गई सुरक्षा, संवेदनशील इलाकों में चलाया गया तलाशी अभियान

मणिपुर में स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा बढ़ा दी गई है। संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान भी चलाया गया है। कुछ प्रतिबंधित संगठनों ने 15 अगस्त को हड़ताल करने का आह्वान किया है जिस पर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। राज्य में तीन मई से जातीय हिंसा जारी है जिसमें अबतक 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 13 Aug 2023 01:17 PM (IST)
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Independence Day 2023 से पहले मणिपुर में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था (फाइल फोटो)

इंफाल, पीटीआई। इंफाल घाटी स्थित कुछ प्रतिबंधित संगठनों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर हड़ताल के आह्वान के बाद रविवार को मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने पांच जिलों के संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान भी चलाया और हथियार और गोला-बारूद बरामद किया।

स्वतंत्रता दिवस की हो रही तैयारियां 

राज्य भर में स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। बीएसएफ, पुलिस और असम राइफल्स के जवान और छात्र 15 अगस्त को होने वाले मार्च पास्ट की रिहर्सल में शामिल हो रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा,

शनिवार को चुराचांदपुर जिले के तुइबौंग इलाके के पीस ग्राउंड में स्वतंत्रता दिवस समारोह की रिहर्सल आयोजित की गई। बीएसएफ, पुलिस, छात्रों और असम राइफल्स की इक्कीस परेड टुकड़ियों ने तैयारियों में भाग लिया।

इंफाल में सुरक्षा बढ़ाई गई

15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए राजधानी इंफाल में भी तैयारियां चल रही हैं और अस्थायी द्वार बनाए जा रहे हैं और होर्डिंग्स लगाए जा रहे हैं। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कई उग्रवादी संगठनों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर हड़ताल के आह्वान के बाद सुरक्षा उपाय काफी बढ़ा दिए गए हैं।

समन्वय समिति (कोरकॉम) जैसे कई गैरकानूनी संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस पर सुबह एक बजे से शाम 6.30 बजे तक आम हड़ताल का आह्वान किया। कोरकॉम (Corcom) में यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF), पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और पीआरईपीएके सहित प्रतिबंधित समूह शामिल हैं।

मणिपुर में दो और प्रतिबंधित संगठनों ने भी अलग से 15 अगस्त को बंद का आह्वान किया है। मणिपुर पुलिस ने कहा,

राज्य पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा इंफाल-पश्चिम, इंफाल-पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में तलाशी अभियान चलाया गया और 12 हथियार, छह गोला-बारूद और आठ विस्फोटक बरामद किए गए।

तीन मई से जारी है हिंसा

गौरतलब है कि तीन मई को मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्ज की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किया गया था। इस मार्च के बाद हुए जातीय संघर्ष में अबतक 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।