कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों को मिलेगा वोट-फ्रॉम-होम का विकल्प, EC ने की घोषणा
भारत का तीन सदस्यीय चुनाव आयोग तैयारियों की समीक्षा के लिए कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे पर है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2023 तक है। इसलिए नई विधानसभा होनी है और उससे पहले चुनाव संपन्न होने हैं।
बेंगलुरु, एएनआई। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को घोषणा की कि 80 वर्ष से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग लोगों को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट-फ्रॉम-होम विकल्प मिलेगा। 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त होने वाला है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई, 2023 तक है। इसलिए नई विधानसभा होनी है और उससे पहले चुनाव संपन्न होने हैं।
80 वर्ष से अधिक और विकलांग व्यक्तियों को मिलेगी सुविधा
"कुमार ने आगे कहा कि अधिसूचना के पांच दिनों के भीतर फॉर्म 12डी उपलब्ध होगा, ताकि घर से मतदान करने के इच्छुक किसी भी 80 प्लस या पीडब्ल्यूडी मतदाता को सुविधा दी जा सके। "पहली बार, हम कर्नाटक में सभी 80 वर्ष से अधिक और विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) मतदाताओं को सुविधा प्रदान करने जा रहे हैं, यदि वे चाहें तो अपने घरों से भी मतदान कर सकते हैं।
इसके लिए एक फॉर्म 12डी है जो जल्द उपलब्ध होगा। कुमार ने कहा कि अधिसूचना जारी होने के पांच दिन ताकि घर से मतदान करने के इच्छुक किसी भी 80 प्लस या पीडब्ल्यूडी मतदाता को सुविधा दी जा सके।" 2018 के विधानसभा चुनावों में, बीजेपी ने 104 सीटें जीतीं और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि कांग्रेस और जेडी (एस) ने क्रमशः 78 और 37 सीटें हासिल कीं थी।
चुनाव आयोग तैयारियों की समीक्षा के लिए कर्नाटक दौरे
बता दें भारत का तीन सदस्यीय चुनाव आयोग तैयारियों की समीक्षा के लिए कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे पर है। ईसीआई ने एक ट्वीट में कहा था कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और अरुण गोयल कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए बेंगलुरु में हैं।