पाकिस्तान में डेढ़ साल में सात भारतीय मछुआरों की मौत, 209 अब भी वहां की जेलों में बंद; कई सजा भी पूरी कर चुके
पाकिस्तान के जेलों में अभी 209 भारतीय मछुआरे बंद हैं। इनमें से 28 मछुआरों तक अभी राजनयिक मदद नहीं पहुंची है। पिछले डेढ़ साल में सात भारतीय मछुआरों की मौत पाकिस्तान की जेलों में हो गई। अभी तक 181 मछुआरे अपनी सजा पूरी कर चुके हैं। मगर पाकिस्तान इन लोगों को भारत नहीं भेज रहा है। चार दिन पहले 25 अक्टूबर को भी भारतीय मछुआरे की हिरासत में मौत हुई।
पीटीआई, नई दिल्ली। पिछले करीब डेढ़ वर्ष में पाकिस्तान की जेलों में सात भारतीय मछुआरों की मौत हो गई है। इनमें से एक मछुआरे की मौत महज चार दिन पहले हुई। पाकिस्तान की हिरासत में कुल 209 भारतीय मछुआरे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि इन मछुआरों में से 181 अपनी छह महीने की सजा पूरी कर चुके हैं और इनकी नागरिकता की भारत द्वारा पुष्टि भी की जा चुकी है। इन मछुआरों को भारत वापस भेजने का काम अभी बाकी है। इनमें से कई तो 2021 से ही पाकिस्तान की हिरासत में हैं।
25 अक्टूबर को हरि की मौत
28 मछुआरों को अभी तक राजनयिक पहुंच नहीं मिल पाई है। उन्होंने बताया कि भारतीय मछुआरे की मौत का नया मामला 25 अक्टूबर को सामने आया। उनकी पहचान हरि के रूप में की गई है। इसके अलावा कोई और विवरण फिलहाल उपलब्ध नहीं है। इससे पहले सितंबर में पाकिस्तानी जेल में सेराश नामक मछुआरे की हृदय गति रुकने से मौत हुई थी। उनका पार्थिव शरीर 11 अक्टूबर को भारत भेजा गया था। जबकि हरि का पार्थिव शरीर अभी तक नहीं भेजा गया है।
(अटारी-वाघा सीमा। फाइल फोटो)
पाकिस्तान में चेक पोस्ट पर हमले में एक सुरक्षाकर्मी की मौत
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में फ्रंटियर कोर के एक चेक पोस्ट पर हमले में एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई। प्रतिबंधित आतंकी समूह लश्कर-ए-इस्लाम ने खैबर जिले की तिराह घाटी में रविवार को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। देवबंदी आतंकी समूह लश्कर-ए-इस्लाम खैबर जिले के साथ ही अफगानिस्तान के नानगरहार प्रांत में सक्रिय है।उधर, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भी अलगाववादी गुट लगातार पाकिस्तानी सेना और चीन के प्रोजेक्ट को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में कराची में एक बड़ा धमाका हुआ था। इसमें दो चीनी नागरिकों की जान गई थी। हमले की जिम्मेदारी बीएलए ने ली थी। (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ। फाइल फोटो)