Sharad Yadav: शरद यादव ने छात्र राजनीति से की थी करियर की शुरुआत, तीन राज्यों से सात बार रहे लोकसभा सांसद
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का गुरुवार देर रात 75 साल की उम्र में निधन हो गया। यादव भी अन्य नेताओं की ही तरह छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। साल 1971 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। फोटो- जागरण
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार रात गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में 75 साल की उम्र में निधन हो गया। शरद यादव की बेटी ने इसकी जानकारी दी है। शरद यादव ने भी अन्य नेताओं की ही तरह छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। साल 1971 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने छात्र राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। यादव ने राष्ट्रीय राजनीति में अलग पहचान बनाने के अलावा बिहार की राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल किया। शरद यादव सात बार लोकसभा का सदस्य और दो बार राज्यसभा का सदस्य भी रह चुके हैं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होकर कई आंदोलन में हुए शामिल
राजनीति के दिग्गज खिलाड़ी रहे शरद यादव का जन्म एक जुलाई 1947 में मध्य प्रदेश में होशंगाबाद के एक गांव अखमाऊ में किसान परिवार में हुआ था। डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होने वाले शरद यादव सक्रिय युवा नेता के तौर पर कई आंदोलनों में शामिल हुए। वह कई बार जेल भी जा चुके हैं। मीसा (MISA) कानून के तहत वह साल 1969-70, साल 1972 और साल 1975 में हिरासत में लिए गए और जेल गए। शरद यादव राजनीति के साथ-साथ पढ़ाई में भी अव्वल रहे। उन्होंने B.E. (सिविल) में गोल्ड मेडल जीता था।
सात बार चुने गए सांसद
शरद यादव जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने बिहार प्रदेश के मधेपुरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चार बार लोकसभा, मध्य प्रदेश के जबलपुर से दो बार और उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक बार लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया। वह कुल मिलाकर तीन राज्यों से लोकसभा निर्वाचित हुए हैं, जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शमिल है। जेपी आंदोलन दौरान यादव साल 1974 में पहली बार मध्य प्रदेश की जबलपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता। साल 1977 में भी उन्होंने इसी सीट से एक बार फिर चुनाव में जीत दर्ज कर संसद में पहुंचे।
दो बार चुने गए राज्यसभा सांसद
शरद यादव को साल 1986 और 2004 में दो बार राज्यसभा का सांसद चुना गया। यादव फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री, नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला। वह कई कमेटियों के सदस्य भी रह चुके हैं। मधेपुरा सीट से साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।