मजहब की दीवार लांघ किया प्रेम और अंजाम हुआ खौफनाक! ये प्रेम कहानियां सुन कांप जाएगी आपकी रूह
Shraddha Murder Case दिल्ली में आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा की प्रेम कहानी का खौफनाक अंजाम सुन सबकी रूह कांप गई। म करना कोई अपराध नहीं है। प्यार में मजहब की दीवार लांघने में भी कोई बुराई नहीं है लेकिन...!
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। श्रद्धा वालकर और आफताब अमीन पूनावाला की प्रेम कहानी के दर्दनाक अंत की दास्तां, जिस किसी ने सुनी उसकी रूह कांप उठी। कोई कैसे उस शख्स को मारकर उसके 35 टुकड़े कर से सकता है, जिसके साथ उसने पूरी जिंदगी बिताने का इरादा किया हो? प्रेम करना कोई अपराध नहीं है। प्यार में मजहब की दीवार लांघने में भी कोई बुराई नहीं है, लेकिन धर्म और पहचान छिपाकर किसी से शादी करना गलत है। ऐसी प्रेम कहानियों का अंजाम आमतौर पर बेहद खौफनाक होता है। आइए आपको ऐसी ही कुछ प्रेम कहानियां सुनाते हैं, जिसमें धर्म छिपाकर किया प्यार और फिर बेहद दर्दनाक हुआ अंजाम।
सूफियान ने निधि को चौथी मंजिल से फेंका, ऐसे फंसाया...!
क्यों प्रेम विवाह में सिर्फ लड़कियों पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया जाता है? उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहने वाला सूफियान परिचित निधि गुप्ता पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहा था। जब वह नहीं मानी, तो चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया। गंभीर अवस्था में निधि को ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोप है कि काफी दिन से सूफियान, निधि को परेशान कर रहा था। आरोपित ने निधि को एक मोबाइल फोन भी दिया था। परिवारजन ने निधि से फोन के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि सूफियान उसे अक्सर छेड़छाड़ करता है। आरोपित ने ही निधि को जबरन फोन दिया था और मतांतरण का दबाव बना रहा था।
खान की जगह सिंह लगा प्रेमजाल में फंसाया और कर ली शादी
मजदूर ठेकेदार मुस्लिम युवा गफ्फार खां ने बिहार में एक हिंदू युवती से जान पहचान बढ़ा ली। खुद को गफ्फार खां की जगह गफ्फार सिंह बता उसे प्यार के झांसे में लिया और बिहार से यहां अपने गांव ले आया। जब उसे युवक के मुस्लिम होने की जानकारी हुई, तो घर जाने की कोशिश की, लेकिन आरोपित युवक ने उसे जबरन बंधक बना लिया और उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। इसके बाद दबाव बनाकर निकाह कर लिया। दोनों की एक बेटी भी हुई। अब दूसरी शादी कर उसे घर से निकाल दिया। युवती ने मंगलवार को एसपी के यहां गुहार लगाई और न्याय की मांग की है।
रौनक चौरसिया नाम बता महमूद खान ने हिंदू युवती से किया निकाह विरोध पर काट...!
उत्तर प्रदेश के बहराइच में रहने वाले महमूद खान ने खुद को रौनक चौरसिया बताकर एक हिंदू युवती को प्रेम जाल में फंसाया। युवती को जब सच्चाई का पता चला, तो उसने विरोध किया। तब महमूद खान ने बताया कि उसने युवती की अश्लील वीडियो बना ली है। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर महमूद ने युवती से जबरन निकाह कर लिया। इसके बाद लगातार दो साल तक महमूद उसका यौन शोषण करता रहा। युवती सहती रही, लेकिन एक दिन महमूद ने हद पार कर दी। महमूद ने युवती को बुरी तरह पीटा, बाल काटे और घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद महमूद को गिरफ्तार कर लिया गया।
सुसाइड मामले में डीएम से कड़ी कार्रवाई की मांग, नाम और धर्म छिपाया था
हरियाणा के यमुनानगर की पूजा(बदला हुआ नाम) की एक युवक के साथ सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई। इस युवक ने खुद को हिंदू बताया था और पूजा को प्रेमजाल में फंसा लिया। कुछ दिनों बाद दोनों ने शादी कर ली। धर्म छिपाकर की गई ये शादी लगभग पांच साल तक चली। इस दौरान युवक ने पूजा का कई बार गर्भपात कराया। इसके पीछे क्या वजह थी, कभी वह परिवारवालों को नहीं बताता था। पूजा की भाभी ने बताया कि जब युवक की सच्चाई का पता चला, तो सभी सन्न रह गए। पूजा ने जब विरोध किया, तो युवक ने बताया कि उसकी कई अश्लील वीडियो बना रखी हैं। अगर पुलिस से शिकायत की तो अंजाम ठीक नहीं होगा। पूजा इससे डिप्रेशन में चली गई और कुछ दिनों पहले उसने मौत को गले लगा लिया।
अफताब और श्रद्धा की प्रेम कहानी का खौफनाक अंत
दिल्ली में आफताब और श्रद्धा की प्रेम कहानी का खौफनाक अंजाम सुन सबकी रूह कांप गई। श्रद्धा ने परिवार का विरोध कर मजहब की दीवार को लांघ कर अफताब के साथ जीवन बिताने का फैसला किया था। अफताब ने श्रद्धा का कत्ल कर उसके शव के 35 टिकड़े कर दिए। दो दिन से महरौली का जंगल छान रही दिल्ली पुलिस को अब तक श्रद्धा के शव के करीब 25 टुकड़े ही बरामद हुए हैं। इसमें करीब आठ घंटे की तलाशी के बाद 11 टुकड़े मंगलवार को मिले, जबकि 14 टुकड़े सोमवार को बरामद किए गए थे। अफताब ने क्यों श्रद्धा को दर्दनाक मौत दी, इस राज से अभी तक पर्दा नहीं उठा है। पुलिस नार्को टेस्ट कर सच्चाई तक पहुंचना चाहती है।
मनोविज्ञानी मानते हैं कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए हमें समाज को पुरातनपंथी सोच से प्रगतिशील मानसिकता की ओर ले जाना चाहिए। प्राथमिक स्तर पर इस बात को ध्यान में रखा जाए कि बच्चों के मन-मस्तिष्क में लड़का या लड़की के लिए विभेदकारी दृष्टिकोण न बनने पाए, क्योंकि यह आगे चलकर पूर्वाग्रह पैदा करता है। समाज को समय के साथ अपने नैतिकता के मानदंडों को भी परिवर्तित करने की जरूरत है। हमें पुरुषों की सोच बदलने की जरूरत है, तभी समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ सकेगा।
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