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Manipur: आदिवासी बहुल चुराचांदपुर जिले में पूर्ण बंद का एलान, सरकार को दिया 48 घंटे का समय; ये है पूरा मामला

मणिपुर के आदिवासी बहुल चुराचांदपुर जिले (Shutdown in Manipur) में बंद बुलाया गया है। इस बीच सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे जबकि बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। मणिपुर के मान्यता प्राप्त आदिवासियों के समूह आईटीएलएफ ने गिरफ्तारियों के विरोध में सोमवार सुबह 10 बजे से जिले में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। साथ ही सभी लोगों को 48 घंटे के भीतर रिहा करने की मांग की है।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Mon, 02 Oct 2023 02:15 PM (IST)
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आदिवासी बहुल चुराचांदपुर जिले में पूर्ण बंद का एलान (Image: ANI)
पीटीआई, इंफाल। Manipur Crisis: मणिपुर के आदिवासी बहुल चुराचांदपुर जिले में सोमवार को पूरा शटडाउन देखने को मिला। इस बंद से सामान्य जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। बता दें कि दो नाबालिगों समेत सात लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में कुकी संगठनों ने बंद का आह्वान किया था।

इस साल जुलाई में दो मणिपुरी युवकों के अपहरण और हत्या के मामले में NIA और CBI ने इन लोगों की गिरफ्तारी की है। हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर दोनों युवाओं की तस्वीरें प्रसारित होने के कारण इंफाल घाटी में प्रदर्शन बढ़ गए थे, जिसके बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया।

वाहन सड़कों से रहे नदारद

पुलिस ने बताया कि चुराकंदपुर जिले में बंद के दौरान सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे, जबकि बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। मणिपुर के मान्यता प्राप्त आदिवासियों के समूह आईटीएलएफ (ITLF) ने गिरफ्तारियों के विरोध में सोमवार सुबह 10 बजे से जिले में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। साथ ही सभी लोगों को 48 घंटे के भीतर रिहा करने की मांग की है। चुराचांदपुर स्थित संयुक्त छात्र निकाय (JSB) ने भी सोमवार सुबह 6 बजे से जिले में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है।

इस विवाद के बाद बढ़ी हिंसा

गौरतलब है कि 20 वर्षीय युवक फिजाम हेमनजीत और 17 साल की लड़की हिजाम लिनथोइनगांबी 6 जुलाई को लापता हो गए थे। उनके शवों की तस्वीरें 25 सितंबर को सामने आईं, जिसके बाद से छात्रों द्वारा हिंसक विरोध प्रदर्शन होने लगे। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को कहा था कि दो मणिपुरी युवकों के अपहरण और हत्या के मामले में सीबीआई ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और सरकार उनके लिए अधिकतम सजा सुनिश्चित करेगी।

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पुलिस ने किया अब तक इतने आरोपियों को गिरफ्तार

सिंह ने बताया कि एनआईए ने भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठनों के नेतृत्व द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय साजिश के मामले में शनिवार को चुराचांदपुर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति 19 जुलाई को स्वत: संज्ञान से दर्ज मामले में पकड़ा गया दूसरा आरोपी था। वहीं, 22 सितंबर को एनआईए ने इस मामले में मणिपुर से एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।

मैतेई समुदाय की मांग ने बढ़ाई हिंसा

अनुसूचित जनजाति (एसटी) की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद 3 मई को मणिपुर में जातीय झड़पें हुई। अब तक 180 से अधिक लोगों की जान चली गई और कई सैकड़ों घायल हो गए है। जानकारी के लिए बता दें कि मणिपुर की आबादी में मेइतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं। आदिवासी - नागा और कुकी - 40 प्रतिशत से कुछ अधिक हैं और पहाड़ी जिलों में रहते हैं।

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