Sikkim Flood: अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 40, अब भी लापता हैं 76 लोग
पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में बहकर आए कई शव मिले हैं। लापता 76 लोगों में से 28 पाक्योंग से 23 गंगटोक से 20 मंगन से और पांच नामची से थे। एसएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में राज्य में 20 राहत शिविर चालू हैं जिनमें 2080 लोगों ने शरण ले रखा है।
पीटीआई, गंगटोक। दो और शव मिलने के बाद मंगलवार को सिक्किम में अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गई, जबकि आपदा के लगभग दो सप्ताह बाद भी 76 लोग लापता हैं।
4 अक्टूबर को तड़के बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ ने राज्य में तबाही मचा दी है, जिससे लगभग 88,000 लोग प्रभावित हुए। 2011 की जनगणना के अनुसार, सिक्किम की जनसंख्या लगभग 6.10 लाख है, जो भारत के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे कम है।
पाक्योंग में मिले ज्यादातर शव
ज्यादातर शव पाक्योंग में पाए गए। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SSDMA) के अनुसार, जिले में पाए गए 26 शवों में से 15 आम नागरिकों के जबकि 11 सेना के जवानों के थे। बुलेटिन में कहा गया कि चार शव मंगन में, आठ शव गंगटोक में और दो शव नामची में मिले।
अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में बहकर आए कई शव मिले हैं। लापता 76 लोगों में से 28 पाक्योंग से, 23 गंगटोक से, 20 मंगन से और पांच नामची से थे।
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एसएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में, राज्य में 20 राहत शिविर चालू हैं जिनमें 2,080 लोगों ने शरण ले रखा है।राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार, अधिक वर्षा और उत्तरी सिक्किम में दक्षिण लहोनक झील में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) घटना के संयोजन से अचानक बाढ़ आ सकती है।