Assam-Meghalaya Border Dispute: मेघालय के दफ्तरों में सन्नाटा, असम पुलिस ने जारी की यात्रा एडवायजरी
गुरुवार को शिलांग में प्रदर्शन के दौरान फिर भड़की हिंसा के बीच अज्ञात बदमाशों ने पेट्रोल बम से एक पुलिस बस और जीप को उड़ा दिया। पुलिस अफसरों को पत्थर मारे गए जिसमें चार पुलिस कर्मी जख्मी हुए। तभी से सभी दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Fri, 25 Nov 2022 07:20 PM (IST)
गुवाहाटी, पीटीआई। असम की सीमा पर विगत 22 नवंबर को हुई हिंसा में छह लोगों के मारे जाने के बाद मेघालय के सरकारी दफ्तरों में शुक्रवार को लोगों की उपस्थिति कम रही। चूंकि विभिन्न संगठनों ने झड़प के विरोध में असहयोग आंदोलन का आह्वान किया है। असम पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार को एक नई एडवायजरी जारी कर राज्य के लोगों को हालात ठीक नहीं होने के कारण पड़ोसी राज्य मेघालय नहीं जाने की सलाह दी है।
मेघालय के मुख्यमंत्री ने दी सफाई
असम की पुलिस ने हिंसक झड़प के बाद पहली बार शुक्रवार को सामान से लदे ट्रकों को मेघालय में प्रवेश करने दिया। जबकि मेघालय ने केवल उन्हीं ट्रकों को प्रवेश करने दिया जो उनके यहां पंजीकृत थे। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी सफाई देते हुए कहा कि प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कोई कमी नहीं है। सभी वस्तुओं की आपूर्ति सुचारु रूप से हो रही है। मेघालय के लोगों को राहत देते हुए असम पेट्रोलियम मजदूर यूनियन (एपीएमयू) ने मेघालय में ईंधन का गुरुवार से बंद ट्रांसपोर्ट बहाल करने का फैसला लिया है।
कई छात्र संगठनों ने की असहयोग आंदोलन की घोषणा
हालांकि इससे पहले ही पड़ोसी राज्य से अपने टैंकरों और उनके चालक दलों की सुरक्षा का आश्वासन ले लिया है। प्रभावशाली खासी स्टूडेंट्स यूनियन (केएसयू), खासी जैनतिया और गारो संघ समेत मेघालय के कई छात्र संगठनों ने असहयोग आंदोलन की घोषणा की है। लिहाजा मेघालय के सभी सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की भारी कमी देखी गई। गुवाहाटी ईस्ट के पुलिस उपायुक्त सुधाकर सिंह ने बताया कि गुरुवार को शिलांग में भीड़ ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी। हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। इसलिए हम लोगों को मेघालय नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं।गुरुवार को शिलांग में प्रदर्शन के दौरान फिर भड़की हिंसा के बीच अज्ञात बदमाशों ने पेट्रोल बम से एक पुलिस बस और जीप को उड़ा दिया। पुलिस अफसरों को पत्थर मारे गए जिसमें चार पुलिस कर्मी जख्मी हुए। तभी से सभी दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि राज्य में पेट्रोल और डीजल की कोई कमी नहीं है। उन्होंने अपने प्रदेश के सभी लोगों से घबराहट में आवश्यक वस्तुओं को जमा करने से मना किया है।