Sitaram Yechury Family: कौन-कौन हैं सीताराम येचुरी के परिवार में और क्या काम करते हैं? जानें सब कुछ
Sitaram Yechury Family सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी बड़े नेताओं ने सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। येचुरी का पार्थिव शरीर शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक पार्टी मुख्यालय में रखा जाएगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI-M) के महासचिव सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) का गुरुवार 12 सितंबर 2024 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन (Sitaram Yechury Death) हो गया। 72 वर्षीय सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury Age) को पिछले कुछ दिनों से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इससे पहले अगस्त में उन्हें निमोनिया हो गया था, जिसके बाद उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया था। आईये जानते हैं सीताराम येचुरी कौन-कौन है?
पिता इंजीनियर और मां सरकारी अधिकारी (Sitaram Yechury Mother Father)
भारतीय वामपंथी नेता सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हुआ। तेलुगु ब्राह्मण परिवार से संबंध रखने वाले सीताराम येचुरी के पिता एसएस येचुरी आंध्र प्रदेश परिवहन विभाग में इंजीनियर थे और मां कलपक्म येचुरी सरकारी अधिकारी थीं।
सीताराम येचुरी का परिवार (Sitaram Yechury Family)
सीताराम येचुरी ने दो शादी की थी। उनकी पहली शादी वामपंथी कार्यकर्ता और नारीवादी डॉ. वीना मजूमदार की बेटी इंद्राणी मजूमदार से हुई थी। उनके दो बच्चे हुए एक बेटा और एक बेटी। लेकिन इंद्राणी से उनका तलाक हो गया। उन्होंने दूसरी शादी पत्रकार सीमा चिश्ती से हुई। उनके बेटे आशीष येचुरी का कोरोना के दौरान निधन हो गया। वहीं उनकी बेटी अखिला येचुरी प्रोफेसर हैं।सीताराम येचुरी की शिक्षा (Sitaram Yechury Family Education)
सीताराम येचुरी ने ऑल सेंट्स हाई स्कूल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। 1969 में दिल्ली आए। यहां उन्होंने सीबीएसई से अपनी उच्चतर माध्यमिक शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए. (ऑनर्स) किया और इसमें उन्होंने टॉप किया। बाद में येचुरी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से अर्थशास्त्र में एमए. की डिग्री प्राप्त की।
सीताराम येचुरी का राजनीति करियर (Sitaram Yechury Political Career)
सीताराम येचुरी ने 1974 में जेएनयू में रहते हुए स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया। वे 1975 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में शामिल हुए। 1975-77 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान येचुरी को जेल में डाल दिया गया।येचुरी का जेएनयू से रहा नाता (Sitaram Yechury JNU)
आपातकाल हटाए जाने के बाद वह 1977 और 1978 के बीच तीन बार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। येचुरी को 1984 में वह सीपीआई (एम) केंद्रीय समिति में शामिल हुए। 1992 में सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो के सदस्य बने। येचुरी ने ईएमएस. नंबूदरीपाद और हरकिशन सिंह सुरजीत जैसे दिग्गज नेताओं के साथ मिलकर काम किया। 1985 में सीपीआई(एम) कांग्रेस के लिए, 1988 में केंद्रीय सचिवालय के लिए और 1992 में पोलित ब्यूरो के लिए चुने गए।
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