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NDRF: स्निफर डॉग जूली को किया गया सम्मानित, तुर्किये में किया था कमाल; बचाई थी छह साल की बच्ची की जान

लैब्राडोर जूली भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) टीम का हिस्सा थी जिसे 6 फरवरी को तुर्किये और पड़ोसी सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के पीड़ितों को बचाने और राहत देने के लिए ऑपरेशन दोस्त के हिस्से के रूप में भेजा गया था।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Sat, 10 Jun 2023 08:28 PM (IST)
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जूली को महानिदेशक की प्रशस्ति पत्र से किया गया सम्मानित।
नई दिल्ली, पीटीआई। एनडीआरएफ (NDRF) के छह वर्षीय डॉग जूली को मलबे में दबी बच्ची को सूंघने और बचाने में मदद करने के लिए प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि फरवरी में तुर्किये में भूकंप प्रभावित हुआ था। लैब्राडोर डॉग जूली भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीम का हिस्सा थी, जिसे 6 फरवरी को तुर्किये और पड़ोसी सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के पीड़ितों को बचाने और राहत देने के लिए 'ऑपरेशन दोस्त' के हिस्से के रूप में भेजा गया था।

छह साल की बच्ची बेरेन को बचाया

इस ऑपरेशन के दौरान उत्कृष्ट खोज और बचाव कार्य करने के लिए जूली को 'महानिदेशक की प्रशस्ति भूमिका' से सम्मानित किया गया है। अधिकारी ने कहा ने कहा कि जूली को इस पुरस्कार के लिए एक बहुमंजिला इमारत के मलबे से बच्ची को निकालने में निभाई गई विशिष्ट भूमिका के लिए चुना गया है, जिसके कारण छह साल की बच्ची बेरेन को बचाया गया, जो 70 घंटे से अधिक समय तक मलबे में फंसी रही।

बेरेन को तुर्किये के गाजियांटेप क्षेत्र से बचाया गया था और जूली द्वारा पहली बार बेरेन का संकेत देने के बाद, उसके सहयोगी रोमियो, लैब्राडोर ने भी बेरेन की उपस्थिति की पुष्टि की। बता दें जूली एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के साथ काम कर रही है जो कोलकाता में स्थित है।