Stray dog menace: किसी की चबाई उंगली तो किसी का निकाला मांस, इस तरह आदमखोर कुत्तों ने कई लोगों को बनाया अपना शिकार
आवारा कुत्तों का आतंक पिछले कई महीनों से सुखियों में बना हुआ था लेकिन Wagh Bakri Tea Group के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई के मौत के बाद यह मुद्दा एकबार फिर छिड़ गया है। हम सबने कुत्तों के हमले से कई लोगों की मौत होने की खबरें सुनी हैं। अब इसमें ताजा नाम पराग देसाई का जुड़ गया है। एकबार फिर हम सभी के बीच कुत्तों की समस्या पर डिबेट छिड़ गई है।
By Babli KumariEdited By: Babli KumariUpdated: Wed, 25 Oct 2023 12:41 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाई क्लास के लोगों में कुत्तों को पालना और उनको मॉर्निंग वॉक पर ले जाना उनके स्टैटस को बताता है। किस ब्रीड के कुत्तों को वह अपना पालतू बनाएंगे इसपर भी वह घंटों डिबेट करते हैं, जिससे उनका स्टैटस जस्टफाइ हो सके। लेकिन बीते दिनों एक एक बड़ी चाय कंपनी के मालिक की मौत हो गई। मौत की वजह जानकार आप हैरान हो जाएंगे।
जी हां, इनके मौत का कारण यह 'कुत्ते' बने। चाय कंपनी के मालिक का नाम पराग देसाई है, यह नामी चाय कंपनी के मालिक थे। इनकी चाय कंपनी का नाम हम सबने सुना होगा और यहां तक की उस चाय का स्वाद भी जरूर लिया होगा। पराग देसाई Wagh Bakri Tea Group के कार्यकारी निदेशक थे।
पराग देसाई को आवारा कुत्ते ने बनाया अपना शिकार
बीते 15 अक्टूबर की सुबह जब पराग देसाई मॉर्निंग वॉक पर गए तभी उनपर कई आवारा कुत्तों के एक झुंड ने हमला कर दिया। हमला इतना घातक था कि वह जान बचाने के लिए भागने की कोशिश करते हैं। भागने की लगातार कोशिश में वह फिसल जाते हैं और उनके सर पर गंभीर चोट आती है। 49 साल के पराग को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया जाता है और कुछ दिनों के इलाज के बाद रविवार शाम को ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो जाती है।Wagh Bakri Tea Group के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई की कुत्तों की वजह से हुई यह मौत कोई पहली मौत नहीं है। पराग देसाई की दर्दनाक मौत से पहले भी इन आवारा कुत्तों ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। जब भी ऐसे मामले सामने आते हैं कुछ दिनों के लिए बहस छिड़ती है और फिर सब शांत हो जाता है। पराग देसाई से पहले लखनऊ से पिटबुल के काटने का मामला आता है फिर गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश लेकिन कुछ घंटों की बहस के बाद सब पहले जैसा हो जाता है और इसी अनदेखी और अनसुनी रवैये के कारण बार-बार ऐसे हादसे होते हैं।
तो आइए जानते हैं पराग देसाई से पहले इन हत्यारे कुत्तों ने कितनों को अपना शिकार बनाया और सरकार सहित सुप्रीम कोर्ट ने कुत्तों के इन हमलों पर क्या निर्णय लिया है-