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प्रोटेम स्पीकर के साथ नहीं होंगे ये तीन विपक्षी सांसद? लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले ही मचा घमासान

नये प्रोटेम स्पीकर (Speaker Protem row) की नियुक्ति को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। विपक्षी दलों ने भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त करने पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि के. सुरेश लोकसभा के लिए सबसे ज्यादा बार चुने गए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने संसदीय परंपराओं का उल्लंघन किया है।

By Jagran News Edited By: Nidhi Avinash Updated: Sat, 22 Jun 2024 08:19 PM (IST)
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लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले ही मचा घमासान (Image: ANI)

नई दिल्ली, पीटीआई। प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए बनाई गई पीठासीन अधिकारियों की समिति में शामिल विपक्षी दलों के नेता अपना पद स्वीकार नहीं करने पर विचार कर रहे हैं। यह स्थिति ऐसे समय बन रही है, जब विपक्षी दलों ने भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त करने पर आपत्ति जताई है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत कटक से भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। वह 26 जून को स्पीकर का चुनाव होने तक लोकसभा अध्यक्ष के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। नई लोकसभा के सदस्यों के शपथ ग्रहण के लिए प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए पीठासीन अधिकारियों के एक पैनल की भी घोषणा की गई।

इस समिति में तीन विपक्षी सांसद

इस समिति में तीन विपक्षी सांसदों-के. सुरेश (कांग्रेस), सुदीप बंद्योपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस) और टीआर बालू (द्रमुक) को नामित किया गया है। सूत्रों ने बताया कि नामित किए गए तीनों विपक्षी सांसद पैनल की सदस्यता छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। भाजपा सांसद राधामोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते भी इस समिति के सदस्य हैं।

प्रोटेम स्पीकर के रूप में महताब की नियुक्ति पर आपत्ति

विपक्ष के कई नेताओं ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में महताब की नियुक्ति पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि के. सुरेश लोकसभा के लिए सबसे ज्यादा बार चुने गए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने संसदीय परंपराओं का उल्लंघन किया है। हालांकि, संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि महताब को इसलिए चुना गया, क्योंकि निचले सदन के सदस्य के तौर पर उनके कार्यकाल में निरंतरता है। रिजिजू ने कहा कि के. सुरेश हालांकि आठवीं बार सांसद बने हैं, लेकिन 1998 और 2004 में वह लोकसभा के लिए नहीं चुने गए थे। दूसरी तरफ भर्तृहरि महताब के कार्यकाल में कोई ब्रेक नहीं है।

के. सुरेश को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए

भाजपा ने कहा, के. सुरेश को विपक्ष का नेता बनाए कांग्रेस तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र : केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और कांग्रेस द्वारा प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति के मुद्दे पर केंद्र की आलोचना करने के एक दिन बाद भाजपा ने शनिवार को पलटवार करते हुए कांग्रेस से कहा कि वह के. सुरेश को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए।

कांग्रेस सांसद को बताया प्रतिभाशाली

केरल भाजपा के प्रमुख के. सुरेंद्रन ने कहा कि कांग्रेस को के. सुरेश को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाकर केंद्र के फैसले का विरोध करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस सांसद को प्रतिभाशाली बताया और कहा कि वह वंचित समुदाय से आते हैं और केरल के रहने वाले हैं, जो आज की तारीख में राहुल (गांधी) और प्रियंका (गांधी) का पारिवारिक घर है और आने वाले दिनों में वाड्रा का होगा। सुरेंद्रन ने फेसबुक पर पोस्ट किया, किसी भी हालत में इस व्यक्ति (सुरेश) को विपक्ष का नेता बनाया जाना चाहिए। कांग्रेस को इसी तरह से अपना विरोध जताना चाहिए कि उन्हें दो दिन के लिए प्रोटेम स्पीकर नहीं बनाया गया।

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