2010 hand chopping case: विशेष एनआईए अदालत ने कॉलेज प्रोफेसर का हाथ काटने के मामले में 6 लोगों को ठहराया दोषी
केरल की एक विशेष NIA अदालत ने 2010 में राज्य के एक कॉलेज प्रोफेसर के हाथ काटने के मामले में बुधवार को छह लोगों को दोषी ठहराया है। कुछ आरोपियों को कड़े UAPAके तहत अपराधों का भी दोषी ठहराया गया था।4 जुलाई 2010 को कथित तौर पर प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने इडुक्की जिले के थोडुपुझा में न्यूमैन कॉलेज के प्रोफेसर जोसेफ का दाहिना हाथ काट दिया था।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Wed, 12 Jul 2023 01:41 PM (IST)
कोच्चि, एजेंसी। केरल की एक विशेष NIA अदालत ने 2010 में राज्य के एक कॉलेज प्रोफेसर के हाथ काटने के मामले में बुधवार को छह लोगों को दोषी ठहराया है। यह सभी कथित तौर पर प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्य हैं।
विशेष एनआईए अदालत के न्यायाधीश अनिल के भास्कर ने मामले की सुनवाई की और सभी आरोपियों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत हत्या के प्रयास, साजिश और कई अन्य अपराधों का दोषी पाया।
यूएपीए के तहत ठहराया दोषी
कुछ आरोपियों को कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत अपराधों का भी दोषी ठहराया गया था। इस मामले में पांच अन्य आरोपियों को बरी कर दिया। पहले चरण की सुनवाई में 31 आरोपियों को मुकदमे का सामना करना पड़ा था।अदालत ने अप्रैल 2015 में इनमें से 10 आरोपियों को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और आईपीसी के तहत दोषी ठहराया था। वहीं, तीन अन्य को अपराधियों को शरण देने का दोषी पाया था। अदालत ने उस समय मामले में 18 अन्य लोगों को बरी कर दिया था।
क्या है पूरा मामला?
4 जुलाई, 2010 को कथित तौर पर प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने इडुक्की जिले के थोडुपुझा में न्यूमैन कॉलेज के प्रोफेसर टी जे जोसेफ का दाहिना हाथ काट दिया था। हमला तब हुआ जब वह एर्नाकुलम जिले के मुवत्तुपुझा में एक चर्च में रविवार की प्रार्थना सभा में भाग लेने के बाद अपने परिवार के साथ घर लौट रहे थे। तभी, सात लोगों के एक समूह ने प्रोफेसर को वाहन से बाहर खींचा और उनके साथ मारपीट की और फिर मुख्य आरोपी सावद ने उनका दाहिना हाथ काट दिया, जो अभी भी फरार है।मामले की शुरुआत में जांच करने वाली पुलिस के अनुसार, आरोपी न्यूमैन कॉलेज में बीकॉम सेमेस्टर परीक्षा के लिए निर्धारित प्रश्न पत्र में अपमानजनक धार्मिक टिप्पणियों के लिए जोसेफ को मारना चाहता था।