Odisha Train Accident: फंसे यात्रियों के लिए पुरी और हावड़ा के बीच चलेंगी स्पेशल ट्रेनें, देखिए लिस्ट
रेल मंत्रालय के अनुसार राहत और बचाव का काम जोरों पर चल रहा है और अधिकारी दुर्घटना स्थल पर बहाली प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। करीब एक हजार से ज्यादा कर्मचारी काम में लगे हैं।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 05 Jun 2023 12:12 AM (IST)
पुरी, एएनआई। ओडिशा के बालेश्वर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए पुरी और हावड़ा के बीच तीन विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है, क्योंकि हाल ही में ट्रेन के पटरी से उतर जाने के बाद हावड़ा-चेन्नई मेन लाइन पर भद्रक-खड़गपुर रेलवे सेक्शन में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। एक आधिकारिक बयान में रविवार को जानकारी दी कि ट्रेनों के रद होने से पुरी से हावड़ा जाने वाले यात्रियों के पुरी में फंसने की संभावना है।
कई स्टेशन पर रुकेगी ये स्पेशल ट्रेनें
पुरी से पुरी हावड़ा स्पेशल (02801) 1900 बजे (शाम 07.00 बजे) रवाना होगी और जाखपुरा-केंदुझरगढ़-डोंगोआपोसी-खड़गपुर रूट से चलेगी। यह ट्रेन पुरी और हावड़ा के बीच सखीगोपाल, खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जखपुरा, हरिचंदनपुर, क्योंझरगढ़, डोंगोपोसी, टाटा और खड़गपुर में रुकेगी, जिसमें दो स्लीपर क्लास, छह सेकेंड क्लास और दो गार्ड कम सेकेंड क्लास सीटिंग कोच होंगे।पुरी से पुरी हावड़ा स्पेशल (02803) 2100 बजे (रात 09.00 बजे) रवाना होगी और कटक-अंगुल-संबलपुर सिटी-झारसुगुड़ा रूट से चलेगी। यह ट्रेन पुरी और हावड़ा के बीच सखीगोपाल, खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, ढेंकानाल, अंगुल, रायराखोल, संबलपुर सिटी, झारसुगुड़ा, राउरकेला, चक्रधरपुर, टाटा और खड़गपुर में रुकेगी, जिसमें 11 सेकेंड क्लास सीटिंग, दो एसी चेयर कार होंगी।
पुरी से पुरी हावड़ा स्पेशल (02805) रात 22 बजे (रात 10 बजे) रवाना होगी और जाखपुरा-केंदुझारगढ़-डोंगोआपोसी-खड़गपुर रूट से चलेगी। यह ट्रेन पुरी और हावड़ा के बीच साखीगोपाल, खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाखपुरा, हरिचंदनपुर, क्योंझरगढ़, डोंगोपोसी, टाटा और खड़गपुर में रुकेगी।
ओडिशा के बालेश्वर में दर्दनाक ट्रेन हादसा जिसमें 275 लोगों की मौत हो गई और 1175 लोग घायल हो गए। रेल मंत्रालय के अनुसार, राहत और बचाव का काम जोरों पर चल रहा है और अधिकारी दुर्घटना स्थल पर बहाली प्रक्रिया की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। करीब एक हजार से ज्यादा कर्मचारी काम में लगे हैं। मंत्रालय ने कहा कि सात से अधिक पोकलेन मशीनें, दो दुर्घटना राहत ट्रेनें और 3-4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात हैं।