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NHAI: सड़क बनाने की रफ्तार हुई तेज, मई में 1465 किमी हुआ निर्माण; दिसंबर तक काम पूरा करने की तैयारी

पिछली बार सड़क परिवहन मंत्रालय ने 12500 किलोमीटर सड़क निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया था लेकिन केवल 10993 किमी सड़क ही बन सकी थी। इस बार मंत्रालय ने दिसंबर तक अपने कुल बजट की 91 प्रतिशत धनराशि खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 19 Jun 2023 09:42 PM (IST)
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मई माह में 1465 किमी सड़क निर्माण के साथ सुस्ती दूर करने की कोशिश

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पिछले साल सड़क निर्माण में लक्ष्य से पिछड़ने के बाद सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस वित्तीय वर्ष में पहले से चल रही परियोजनाओं और नए प्रोजेक्टों को समय पर पूरा करने के लिए काम की रफ्तार तेज कर दी है। इस चुनावी साल में सड़क परियोजनाओं पर कोई कसर न छोड़ने के लिए एनएचएआइ को रिकार्ड रफ्तार से काम करने के लिए कहा गया है ताकि इस साल दिसंबर तक लगभग सभी अहम परियोजनाओं को पूरा किया जा सके। इसकी बानगी मई माह में देखने को मिली जब 1465 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया गया।

सड़क निर्माण की रफ्तार और तेज होने के आसार

मंत्रालय ने इस वर्ष दिसंबर तक अपने कुल बजट की 91 प्रतिशत धनराशि खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को मौजूदा वित्तीय वर्ष में 2.58 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इन्फ्रा परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में सड़क परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया गया।

इसके बाद काम की रफ्तार और तेज होने के आसार हैं। अप्रैल महीने में केवल 523 किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ था, जिसके बाद यह सवाल खड़े होने लगे थे कि इस बार भी पिछले साल की तरह सड़क निर्माण का लक्ष्य अधूरा रह सकता है।

गौरतलब है कि पिछली बार मंत्रालय ने 12500 किलोमीटर सड़क निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन केवल 10993 किमी सड़क ही बन सकी थी। अधिकारियों के अनुसार इस बार सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक अन्य बैठक में एक दिन में 60 किलोमीटर सड़क बनाने का रिकार्ड स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। पिछले लगभग एक माह में जिस तरह सड़क परियोजनाओं का टेंडर देने और निर्माण की रफ्तार तेज हुई है, उससे मौजूदा साल की परियोजनाएं दिसंबर तक पूरी हो सकती हैं।