कम नहीं हो रहीं स्पाइसजेट की मुश्किलें, आज भी तकनीकी खराबी के कारण हुई इमरजेंसी लैंडिंग
Spicejet Flights Technical Errors DGCA की ओर से गत जुलाई माह में एयरलाइंस पर लगे प्रतिबंध को 29 अक्टूबर 2022 तक बढ़ा दिया गया है। इसके तहत स्पाइसजेट की आधी उड़ानों के संचालन पर रोक लगाई गई है।
By Monika MinalEdited By: Updated: Thu, 13 Oct 2022 06:03 PM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। बजट एयरलाइन स्पाइसजेट पर छाए संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हें। इसी साल जुलाई माह में एयरलाइन की कई उड़ानों में आए तकनीकी खराबी को देखते हुए विमानन नियामक ने कड़ा रुख अख्तियार किया था। DGCA ने विमानों की सुरक्षा मानकों पर सवालिया निशान लगा दिया था। एयरक्राफ्ट रुल्स, 1937 का हवाला देते हुए नियामक ने कहा था कि स्पाइसजेट एयरलाइंस विश्वसनीय और सुरक्षित सेवा देने में असफल रहा।
DGCA की ओर से गत जुलाई माह में एयरलाइंस पर लगे प्रतिबंध को 29 अक्टूबर 2022 तक बढ़ा दिया गया है। इसके तहत स्पाइसजेट की आधी उड़ानों के संचालन पर रोक लगाई गई है।
तीन हफ्ते में नौ बार आई थी उड़ान में खराबी
- स्पाइसजेट एयरलाइन की उड़ानों में इस साल 12 जुलाई तक कुल 9 तकनीकी खराबी रिपोर्ट की गई थीं। जिसके बाद DGCA ने कड़ा रुख अपनाया और कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था। साथ ही इसके 50 फीसद उड़ानों पर रोक लगा दी थी।
- 12 जुलाई को दुबई जाने वाली उड़ान में तकनीकी खराबी आई थी। दरअसल 8 साल पुराने बोइंग 737 भारत से दुबई के लिए निर्धारित उड़ान थी। लैंडिंग के बाद इसके नोज व्हील में खराबी सामने आई।
- 19 जून को पटना से दिल्ली के लिए निर्धारित स्पाइसजेट के विमान में आग लगने की घटना घटी थी। इससे 185 यात्रियों की जान पर बन आई थी। विमान की कुछ ही मिनटों में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी।
- 19 जून को ही विमान के केबिन में दबाव की दिक्कत के कारण जबलपुर जाने वाले स्पाइस जेट विमान को वापस दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी।
- 24 और 25 जून को एयरलाइंस की दो उड़ानों में फ्यूजलेट डोर वार्निंग के कारण इमरजेंसी लेंडिंग कराई गई थी।
- 2 जुलाई को जबलपुर जा रही उड़ान बाधित हुई थी। तकनीकी खराबी आने के बाद विमान को वापस दिल्ली लौटना पड़ा था। केबिन से धुआं उठते देख क्रू मेंबर्स ने इमरजेंसी लैंडिंग कराई थी।
SpiceJet के कर्मचारियों की बढ़ी थी 20 फीसद सैलरी
पिछले माह ही स्पाइसजेट के कैप्टन और सीनियर फर्स्ट आफिसर का वेतन 20 फीसद तक बढ़ाने का फैसला लिया गया था। सितंबर अंत में कंपनी की ओर से की गई घोषणा के अनुसार, वेतन बढ़ाने वाला फैसला अक्टूबर से लागू किया जाना है।एयरलाइंस के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
जुलाई मे ही DGCA ने एयरलाइंस के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके तहत उड़ानों में 50 फीसद की कटौती कर दी गई थी, जिसे अगले माह तक बढ़ा दिया गया है। इसके तहत अगले माह की 29 तारीख तक एयरलाइंस की मात्र 50 फीसद उड़ानों का ही संचालन किया जाएगा। DGCA ने कहा था कि 1 अप्रैल से स्पाइसजेट के विमानों को लेकर कई घटनाएं सामने आईं जिसके बाद एयरलाइंस के खिलाफ कार्रवाई की गई।