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Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा प्रभावित लोगों के लिए SBI ने की मदद की पेशकश, लोन लेने वालों को मिलेगी राहत

मणिपुर हिंसा के बीच भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को राहत प्रदान की है। मणिपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने नोटिस में कहा कि राहत पैकेज में समान मासिक किश्तों (ईएमआई) ब्याज भुगतान और अन्य किश्तों पर 12 महीने तक की छूट शामिल हैं। बताया गया कि यह सुविधा उन उधारकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी जिनके खाते तीन मई 2023 तक गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) में नहीं बदल गए थे।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 17 Aug 2023 03:48 PM (IST)
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एसबीआई ने मणिपुर में कर्ज लेने वालों को राहत दी है। (फाइल फोटो)
इंफाल, पीटीआई। मणिपुर में हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मदद की पेशकश की है। एसबीआई ने कहा कि मणिपुर में जो लोग हिंसा से प्रभावित हैं उन्हें ऋण पर राहत दी जाएगी। एसबीआई ने ये कदम हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए उठाया है।

एसबीआई ने मदद की पेशकश की

इस संबंध में एसबीआई मणिपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि राहत पैकेज में समान मासिक किश्तों (ईएमआई), ब्याज भुगतान और अन्य किश्तों पर 12 महीने तक की छूट शामिल हैं। बताया गया कि यह सुविधा उन उधारकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगी, जिनके खाते तीन मई, 2023 तक गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) में नहीं बदल गए थे।

क्या है एसबीआई की राहत?

बैंक के एक अधिकारी ने कहा

एसबीआई का राहत पैकेज मणिपुर में उन उधारकर्ताओं के लिए एक स्वागत योग्य कदम है, जो अशांति से प्रभावित हुए हैं। ईएमआई और ब्याज भुगतान पर रोक से उन्हें बहुत जरूरी राहत मिलेगी और उन्हें सामान्य जीवन व आर्थिक रूप से अपने वित्त का प्रबंधन करने में मदद मिलेगी।

कैसे मिलेंगे लाभ?

बता दें कि पैकेज को चार मई, 2023 की मूल्यांकन तिथि के आधार पर लागू किया जाएगा। बैंक ने कहा कि जो उधारकर्ता राहत प्राप्त करने के इच्छुक हैं, उन्हें 31 अगस्त, 2023 तक अपनी घरेलू शाखाओं या किसी नजदीकी एसबीआई शाखा से संपर्क करना होगा।

एसबीआई ने बताया कि वह इस समय मणिपुर में व्यक्तियों और व्यवसायों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझता है और राहत पैकेज का उद्देश्य उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करना है।

मणिपुर में हिंसा कब हुई थी शुरू?

बता दें कि मणिपुर में तीन मई को हिंसा शुरू हुई। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा में अब तक 150 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से राज्य में अशांति की खबरें सामने नहीं आई है।