पाकिस्तान पर अभी भरोसा नहीं करेगा भारत, रणधीर जायसवाल बोले- पाक विदेश मंत्री और मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान विरोधाभासी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ईशाक डार ने भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को बेहतर करने की वकालत कर तो दी लेकिन स्वयं उनके विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने उनकी बातों को खारिज कर दिया। ऐसे में भारत की तरफ से इस पड़ोसी देश के साथ रिश्तों को सुधारने के लिए अपनी तरफ से किसी तरह की पहल किये जाने की संभावना बिल्कुल भी नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ईशाक डार ने भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को बेहतर करने की वकालत कर तो दी लेकिन स्वयं उनके विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने उनकी बातों को खारिज कर दिया। ऐसे में भारत की तरफ से इस पड़ोसी देश के साथ रिश्तों को सुधारने के लिए अपनी तरफ से किसी तरह की पहल किये जाने की संभावना बिल्कुल भी नहीं है। विदेश मंत्रालय ने भी गुरुवार को इस बात के पूरे संकेत दे दिए।
विरोधाभासी हैं पाकिस्तान के बयानः रणधीर जायसवाल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि पाकिस्तान से जो बयान आ रहे हैं वह विरोधाभासी हैं। एक दिन पहले भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में जिस तरह से आतंकवाद को समर्थन देने को लेकर जिस तरह से पाकिस्तान पर हमला बोला है वह भी ऐसा ही संकेत देता है।
हमने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बयान को देखा है। लेकिन मैं आपका ध्यान उसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता के बयान की तरफ दिलाना चाहूंगा। इन दोनों बयानों को जब आप देखेंगे तो काफी विरोधाभास पाएंगे। मुझे इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना है।- रणधीर जायसवाल
डार ने की थी रिश्ते सुधारने की वकालत
पाक के विदेश मंत्री डार ने अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को सुधारने की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि, पाकिस्तान के उद्यमी भारत के साथ रिश्तों को सुधारना चाहते हैं। सरकार इस बारे में गंभीरता से विचार करेगी, लेकिन इसके बाद वहां के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलूच ने कहा कि, वर्ष 2019 के बाद से ही भारत व पाकिस्तान के कारोबारी रिश्ते बंद है और पाकिस्तान सरकार की इस बारे में नीतियों में कोई बदलाव नहीं आया है। सनद रहे कि डार पूर्व में पाकिस्तान के वित्त मंत्री के तौर पर कार्य कर चुके हैं।डार को सौंपा गया है विदेश मंत्रालय का जिम्मा
पाकिस्तान में हाल ही में शाहबाज शरीफ की अगुवाई में नई सरकार बनी है जिसमें डार को विदेश मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। पाकिस्तान की खस्ताहाल आर्थिक स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि बतौर विदेश मंत्री वह आर्थिक कूटनीति पर ज्यादा जोर देंगे। उनके भारत के बारे में दिए गये बयान को भी इसी से जोड़ कर देखा गया था।
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