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NIT-सिलचर में छात्र की आत्महत्या से मौत, विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने पर पुलिस लाठीचार्ज में 40 लोग घायल

NIT-सिलचर के तीसरे वर्ष के एक छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इस घटना से मृतक छात्र के गुस्साए सहपाठियों ने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन रोकने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। लाठीचार्ज के दौरान करीब 40 लोग घायल हुए हैं। कॉलेज परिसर में पुलिस की तैनाती की गई है।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 16 Sep 2023 02:45 PM (IST)
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NIT-सिलचर में छात्र की आत्महत्या से मौत (तस्वीर- ट्विटर)
गुवाहाटी, एजेंसी। NIT-सिलचर के तीसरे वर्ष के एक छात्र की कथित तौर पर परिसर में आत्महत्या से मौत हो गई। इस घटना के बाद उसके सहपाठियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो अंततः हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें 40 लोग घायल हो गए। इसकी जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी।

अरुणाचल प्रदेश के मूल निवासी छात्र का शव शुक्रवार शाम उसके छात्रावास के कमरे में लटका हुआ मिला था। छात्र का शव मिलने के बाद उसके सहपाठियों ने पुलिस को शव उतारने से रोक दिया। सहपाठियों ने आरोप  लगाते हुए कि कहा कि कॉलेज प्रशासन के कार्यों के कारण उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

छात्रों ने डीन के आवास के सामने किया प्रदर्शन

दो घंटे बाद, जैसे ही पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में कामयाब रही, छात्रों ने परिसर में शिक्षाविदों के डीन बीके रॉय के आधिकारिक आवास के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि रॉय ने उस पीड़ित छात्र का अपमान किया था, जिसे पहले सेमेस्टर की परीक्षा में छह बैकलॉग मिले थे, जो महामारी के कारण 2021 में ऑनलाइन आयोजित की गई थी।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण, वह घर पर था और इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी के कारण ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने में विफल रहा, जिसके परिणामस्वरूप बैकलॉग हो गया।

छात्र को अपमानित करने का लगाया आरोप

उन्होंने अधिकारियों से एक विशेष परीक्षा आयोजित करने की अपील की थी ताकि वह बैकलॉग को क्लियर कर सकें लेकिन रॉय ने कथित तौर पर उनका अपमान किया। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद उन्होंने खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया और बाद में उनका शव लटका हुआ पाया गया।

कछार के पुलिस अधीक्षक नुमल महत्ता ने कहा कि मौत पर विरोध बढ़ गया और छात्रों ने कथित तौर पर रॉय के आवास में तोड़फोड़ की।

उन्होंने कहा, उन्होंने पुलिस और अन्य अधिकारियों पर भी हमला किया। एक समय तो स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हमें लाठीचार्ज करना पड़ा। हम अब मामले की जांच कर रहे हैं।

लाठीचार्ज में घायल हुए 40 छात्र

लाठीचार्ज में 40 छात्र घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SMCH) भेजा गया। अधिकारियों ने बताया कि कुछ छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

एनआईटी-सिलचर के निदेशक दिलीप कुमार बैद्य ने कहा कि उन्हें मरने वाले छात्र के प्रति सहानुभूति है, लेकिन उनका शैक्षणिक रिकॉर्ड खराब था। घटना पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, "कुछ छात्र असफल हो जाते हैं और वे नाजायज मांगें लेकर आते हैं।"

कछार के जिला आयुक्त रोहन कुमार झा ने परिसर का दौरा किया और एक समिति का गठन किया जो घटना की जांच करेगी।

हालांकि, छात्रों ने कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे। एसपी ने कहा कि सीआरपीएफ की एक कंपनी के साथ परिसर में एक बड़ी पुलिस टुकड़ी तैनात की गई थी।

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