वकील के वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेश होने पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकारा, कहा- ऐसे बर्ताव स्वीकार्य नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक वरिष्ठ वकील को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में पेश होने के लिए जमकर फटकारा है। उन वकील को कोर्ट में सशरीर पेश होने का भी आदेश दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि ऐसे बर्ताव को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 14 Oct 2022 08:04 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक वरिष्ठ वकील को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोर्ट में पेश होने के लिए जमकर फटकारा है। उन वकील को कोर्ट में सशरीर पेश होने का भी आदेश दिया गया है। जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस सीटी रविकुमार की खंडपीठ ने शुक्रवार को कहा कि अदालत नहीं आने के बर्ताव को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस प्रकार के बर्ताव नहीं होगी स्वीकार्य
खंडपीठ ने कहा कि हम काम करने के इस तरीके को समझ नहीं पा रहे हैं। आप अदालत में क्यों नहीं आ रहे? हम अदालत में सुबह दस से शाम पांच बजे तक बैठे हैं। यह एकदम अस्वीकार्य है। मामले पर बहस के लिए वकील कोर्ट से नदारत हो जाते हैं। आप लोग स्क्रीन पर केवल पांच मिनट के लिए आते हैं और फिर कहीं और गायब हो जाते हैं। आप बहुत कारणों से व्यस्त वकील हैं। लेकिन हम ऐसे बर्ताव को पसंद नहीं करते।
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खंडपीठ ने मामले की सुनवाई करने से किया इंकार
खंडपीठ ने उस मामले की सुनवाई करने से इन्कार कर दिया जिसके लिए वरिष्ठ वकील आनलाइन पेश हुआ था। कोर्ट ने वकील को सोमवार को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया। इस पर वकील ने गिड़गिड़ाते हुए कहा कि अदालत जो भी कहती है, वही कानून है।
कोरोना महामारी में शुरू हुई थी आनलाइन सुनवाई
मालूम हो कि सर्वोच्च अदालतें कोरोना वैश्विक महामारी के कारण मार्च, 2020 से आनलाइन सुनवाई करती रही हैं। भीड़भाड़ से बचने के लिए सोमवार और शुक्रवार को मामले केवल आनलाइन मोड में सुने जाते थे।
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