The Kerala Story: 'द केरल स्टोरी' फिल्म की रिलीज के खिलाफ याचिका पर SC में आज सुनवाई
अली ने याचिका में कहा है कि फिल्म नफरत भरे बयान के समान है क्योंकि इसमें दावा किया गया है कि केरल की करीब 32000 युवतियों को उनके मुस्लिम मित्रों द्वारा आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए प्रलोभन दिया गया।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Tue, 16 May 2023 05:30 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह 'द केरल स्टोरी' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इन्कार करने संबंधी केरल हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा। वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने पत्रकार कुर्बान अली द्वारा दायर अपील का सोमवार को कोर्ट में उल्लेख किया।प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा तथा जस्टिस जेबी पार्डीवाला की पीठ ने कहा कि इसे 16 मई को सुनवाई के लिए लिया जाएगा।
वरिष्ठ अधिवक्ता ने दलील दी कि इसपर तत्काल सुनवाई करने की आवश्यता है क्योंकि हाई कोर्ट ने पांच मई को फिल्म की रिलीज पर अंतरिम रोक लगाने से मना कर दिया था। अली ने याचिका में कहा है कि फिल्म नफरत भरे बयान के समान है क्योंकि इसमें दावा किया गया है कि केरल की करीब 32,000 युवतियों को उनके मुस्लिम मित्रों द्वारा आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए प्रलोभन दिया गया। याचिका में अनुरोध किया गया है कि फिल्म की शुरूआत में 'डिस्क्लेमर' जोड़ा जाए कि यह काल्पनिक घटनाओं पर आधारित है।
बता दें कि जम्मू में गवर्नमेंट मेडिकल कालेज (जीएमसी) के हास्टल में रविवार रात प्रथम वर्ष के एक छात्र द्वारा विद्यार्थियों के वाट्सएप ग्रुप में द केरल स्टोरी फिल्म सभी छात्रों को देखने की सलाह देने पर जमकर बवाल हुआ। इसपर एमबीबीएस कर रहे विद्यार्थियों के दो गुट आपस में भिड़ गए, जिसमें पांच विद्यार्थी घायल हो गए। आरोप है कि इस दौरान हास्टल में कुछ छात्रों ने उत्तेजित होकर पाकिस्तान के समर्थन में नारे भी लगाए।
पुलिस व जीएमसी प्रशासन ने किसी तरह बीच-बचाव कर मामला शांत किया। इस बीच, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। फिलहाल, जीएमसी प्रशासन ने 10 विद्यार्थियों को दो माह के लिए हास्टल से निलंबित कर दिया है और मामले की जांच अनुशासनात्मक कमेटी को सौंप दी है। इस बवाल के बाद सोमवार सुबह दोनों पक्षों ने जीएमसी की ओपीडी के बाहर प्रदर्शन कर एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। इस बीच, कश्मीर केंद्रित दलों ने इस पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देकर गलत तथ्य पेश कर जम्मू बनाम कश्मीर बनाने का प्रयास भी किया।
इन नेताओं का तर्क था कि कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट हुई है, जिस विद्यार्थी के सिर पर 12 टांके लगे हैं, उसे कश्मीर का बताया जा रहा है, लेकिन जांच में सामने आया कि वह जम्मू संभाग के भद्रवाह का रहने वाला है। पांच घायल छात्रों में सिर्फ एक ही कश्मीर का है। बता दें कि प्रथम वर्ष के एक विद्यार्थी ने वाट्सएप ग्रुप में सभी को द केरल स्टोरी देखने की सलाह दी। इस पर करीब 50 विद्यार्थियों के समूह ने उक्त विद्यार्थी को ढूंढना शुरू कर दिया। एमबीबीएस अंतिम वर्ष के दो विद्यार्थियों ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने दोनों की पिटाई कर दी। देखते ही देखते झड़प बढ़ गई और हास्टल जंग का मैदान बन गया।