Gujrat: सूरत में फर्जी डॉक्टरों का अजब-गजब कारनामा,खोल दिया मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल; पुलिस ने किया सील
गुजरात के सूरत शहर में कुछ लोगों ने मिलकर एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोल दिया। विगत रविवार को इस अस्पताल का भव्य तरीके से उद्घाटन किया गया था। बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने ये अस्पताल खोला है उनके पास फर्जी डिग्री है। पुलिस ने इस पूरी घटना में मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारी चिकित्सकों की डिग्री चेक कर रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Surat Fake Doctors Hospital: गुजरात के सूरत के से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां पर फर्जी चिकित्सकों ने ऐसा कारनामा किया, जिससे जानने के बाद आप दांतो तले उँगलियां दबा लेंगे। सूरत में कुछ फर्जी चिकित्सकों ने मिलकर एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोला। सबसे खास बात है कि इस अस्पताल का उद्घाटन भी भव्य तरीके से किया गया था। हद तो उस वक्त हो गई, जब बिना किसी बातचीत के ही शीर्ष और प्रशासनिक अधिकारियों को इस अस्पताल के उद्घाटन का निमंत्रण भेज दिया गया। हालांकि, इस अस्पताल के उद्घाटन समारोह में कोई अधिकारी शामिल नहीं हुआ।
इस अस्पताल के उद्घाटन के अगले दिन ही गुजरात हेल्थ डिपार्टमेंट ने एक्शन लिया और इस हॉस्पिटल को सील कर दिया। सूरत पुलिस अब फर्जी डिग्री के आधार पर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले जालसाजों की तलाश में लगी है। इस पूरे मामले में 5 लोगों के नाम का खुलासा हुआ है। इन 5 लोगों में 2 की मेडिकल डिग्री फर्जी है। इस बात की जानकारी आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, अन्य 3 लोगों की डिग्री की जांच की जा रही है।
कैसे खोल दिया फर्जी अस्पताल?
इस मामले की जानकारी देते हुए सूरत के डीसीपी विजय सिंह गुर्जर ने बताया कि सूरत के पांडेसरा इलाके में जनसेवा मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन था। इसके लिए एक आमंत्रण पत्र वितरित किया गया था। इस आमंत्रण पत्र में एक डॉक्टर का नाम बबलू रामआसरे शुक्ला लिखा था, जो खुद को BEMS डॉक्टर बता रहा था। बबलू पर सूरत में मेडिकल प्रैक्टिस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था और यह एक फर्जी चिकित्सक है। वहीं, दूसरा डॉक्टर राजाराम केशव प्रकाश दुबे है, ये भी खुद को BEMS डॉक्टर बताता रहा है। इसके खिलाफ भी गुजरात मेडिकल एक्ट के तहत सूरत के पांडेसरा थाने में मामला दर्ज किया गया था। इन दोनों डॉक्टरों कि डिग्री फर्जी है।पुलिस ने बताया कि जनसेवा मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल को पांडेसेरा में बनाया गया था। इसके कुल 5 सह- संस्थापक हैं, जिनमें 2 की डिग्री फर्जी है और इनपर मुकदमा दर्ज है। इस नए अस्पताल का उद्घाटन रविवार को हुआ था। हालांकि, इस अस्पताल के उद्घाटन के ठीक अगले दिन इसे सील कर दिया गया था।
चिकित्सकों की डिग्री की जांच जारी
पुलिस अधिकारियों ने आगे बताया कि अस्पताल में तीसरा चिकित्सक गंगा प्रसाद मिश्रा है, जो अपने आप को BAMS बताता है। इस तीसरे चिकित्सक के खिलाफ अलग-अलग थानों में शराब तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। इसके विरुद्ध तीन FIR भी दर्ज हैं। चौथे आरोपी की पहचान सज्जन कुमार के नाम से हुई है। ये आरोपी खुद को MD होने का दावा करता है। वहीं, इस मामले में पाँचवां आरोपी प्रत्यूष गोयल है, जो खुद को MS आर्थोपेडिक होने का दावा करता रहा है। अपने आप को चिकित्सक बताने वाले इन तीनों की डिग्री की जांच की जा रही है। अगर जांच में उनकी डिग्री फर्जी मिलती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।बिना अनुमति छाप दिए अधिकारियों के नाम
इस फर्जी अस्पताल का उद्घाटन रविवार को किया गया था। इस अस्पताल के निमंत्रण पत्र पर सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत, सूरत महानगर पालिका कमिश्नर शालिनी अग्रवाल और ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर राघवेंद्र वत्स नाम भी छापा गया था। हालांकि, कोई भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचा। वर्तमान में इस अस्पताल परिसर को सील कर दिया गया है। जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अन्य सह-संस्थापकों की डिग्री का सत्यापन किया जा रहा है, निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें: हिंसा के बीच मणिपुर में सियासी संकट? CM की बैठक से 11 MLA नदारद; मेतैई संगठन ने भी दे दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम