Swachh Survekshan 2023: कचरा प्रबंधन, माइक्रो प्लानिंग, सिंगल यूज प्लास्टिक…; इस तरह इंदौर सातवीं बार बना देश का सबसे स्वच्छ शहर
केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने एक बार फिर से बाजी मारी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार वितरित किया। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि मेरे निगम आयुक्त रहते इंदौर में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन कूड़े पहाड़ हटाने ड्राय सेग्रीगेशन प्लांट लगाने गीले कचरे से बायो सीएनजी गैस बनाने जैसे स्वच्छता के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए गए।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Swachh Survekshan 2023: केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने एक बार फिर से बाजी मारी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार वितरित किया। सर्वेक्षण में इंदौर के साथ पहली बार सूरत भी पहले स्थान पर संयुक्त तौर पर सबसे स्वच्छ शहर बन गया। मालूम हो कि यह सातवीं बार है जब इंदौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार जीता है।
माइक्रो प्लानिंग और आपसी समन्वय से मिली सफलता
इंदौर निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने इंदौर के सातवीं बार स्वच्छ सर्वेक्षण में शीर्ष स्थान पर रहने के बाद कहा कि माइक्रो प्लानिंग और आपसी समन्वय से मिली सफलता हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती थी, लेकिन इस हाल में भी इंदौर के गौरव को बनाए रखा जाना था।
उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष निगम की लगभग पूरी टीम नई थी। ऐसे में अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करना भी एक अलग प्रकार की ही चुनौती थी। हमने लगातार बैठकें की और अधिकारियों को सर्वेक्षण टीम की अपेक्षाओं के बारे में जानकारी दी। हम सभी ने सर्वेक्षण की टूल कीट के मुताबिक काम किया।