Amravati Murder: उमेश कोल्हे की हत्या के पीछे तब्लीगी जमात, नुपुर शर्मा का पोस्ट शेयर करने के बाद हुआ था मर्डर
महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे हत्याकांड में एनआईए ने खुलासा किया है। एनआईए ने चार्जशीट में कहा कि हत्या के पीछे तब्लीगी समाज के सदस्यों का हाथ था। उमेश कोल्हे की हत्या धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आधार पर की गई थी।
By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 20 Dec 2022 09:21 AM (IST)
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के अमरावती में फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे मर्डर केस (Umesh Kolhe Murder Case) में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खुलासा किया है। एनआईए का दावा है कि पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान का बदला लेने के लिए तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने उमेश कोल्हे की हत्या कर दी थी। एनआईए ने अपनी चार्जशीट में ये दावा किया है। एनआईए ने शुक्रवार को अदालत में अपनी चार्जशीट दाखिल की है।
चार्जशीट में ये भी कहा गया कि अमरावती हत्याकांड से सिर्फ अमरावती ही नहीं, बल्कि पूरे देश में शांति भंग हुई। इस हत्या के कारण विभिन्न इलाकों में दंगे हुए थे। इन दंगों के बाद लोगों को उनकी नौकरी छोड़ने के लिए धमकाया गया। अपनी सुरक्षा के चलते कई लोग घरों में छिप गए थे। जांच एजेंसी ने कहा कि इस तरह की आतंकवादी कार्रवाई ने भारत की अखंडता और दृढ़ता पर सवाल उठाया है।एनआईए ने इसे कट्टरपंथी लोगों के एक गिरोह द्वारा आतंक का कृत्य बताया है। एनआईए ने आगे कहा कि वे इस हत्या से एक उदाहरण पेश करना चाहते थे। उमेश कोल्हे की हत्या धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आधार पर की गई थी।
11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट
एनआईए ने शुक्रवार को विशेष अदालत के सामने 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों पर आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 302 (हत्या), 341 (गलत तरीके से रोकना), 153 ए (दुश्मनी को बढ़ावा देना), 201 (सबूतों को मिटाना), 506 (आपराधिक धमकी) के साथ-साथ कई केस दर्ज किए गए हैं।