तमिलनाडु में सैनिक की हत्या के विरोध में भाजपा और पूर्व सैनिकों का प्रदर्शन, हमलावरों पर कार्रवाई की मांग की
द्रमुक पार्षद चिन्नास्वामी और अन्य ने आठ फरवरी को 29 वर्षीय लांस नायक एम प्रभु पर घात लगाकर हमला किया था और बेरहमी से पीटा था। गंभीर रूप से घायल अवस्था में प्रभु को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बुधवार को दम तोड़ दिया।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Thu, 16 Feb 2023 10:51 PM (IST)
चेन्नई, पीटीआई। तमिलनाडु के कृष्णागिरी में भारतीय सेना के जवान की पीट-पीटकर हत्या के विरोध में गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व सैनिकों में राज्यभर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
लांस नायक की बुधवार को हुई मौत
द्रमुक पार्षद चिन्नास्वामी और अन्य ने आठ फरवरी को 29 वर्षीय लांस नायक एम प्रभु पर घात लगाकर हमला किया था और बेरहमी से पीटा था। गंभीर रूप से घायल अवस्था में प्रभु को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बुधवार को दम तोड़ दिया। जवान की जान जाने के बाद राज्य में सियासत तेज हो गई है।
भाजपा ने DMK पर लगाए गंभीर आरोप
तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने डीएमके पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। के अन्नामलाई ने कहा कि एक पार्षद द्वारा सेना के एक जवान पर हमला किया गया था और पुलिस को इसे शांत करने में 6-7 दिन लग गए। मीडिया में खबर आने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। यह एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। अब द्रमुक बेतुकी बातें कहने की कोशिश कर रही है।Army Jawan Lynched: तमिलनाडु में सेना के जवान की पीट-पीट कर हत्या, द्रमुक पार्षद सहित छह गिरफ्तार
भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत्त जूनियर वारंट आफिसर इसैवानन एम ने कहा कि इस तरह की नृशंस घटना देश में कहीं भी नहीं हुई है। एक सैनिक का हर जगह सम्मान होता है, लेकिन यहां इस हत्या ने तमिलनाडु को शर्मसार कर दिया है। भाजपा के पूर्व सैनिक शाखा के राज्य सचिव इसैवनन ने कहा कि हमलावरों को अधिकतम सजा दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की अपराध के बारे में सोचे भी न।
भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत्त जूनियर वारंट आफिसर इसैवानन एम ने कहा कि इस तरह की नृशंस घटना देश में कहीं भी नहीं हुई है। एक सैनिक का हर जगह सम्मान होता है, लेकिन यहां इस हत्या ने तमिलनाडु को शर्मसार कर दिया है। भाजपा के पूर्व सैनिक शाखा के राज्य सचिव इसैवनन ने कहा कि हमलावरों को अधिकतम सजा दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की अपराध के बारे में सोचे भी न।