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नीट परीक्षा खत्म करने को लेकर तमिलनाडु सरकार ने की भूख हड़ताल, भाजपा ने लगाया राजनीतिकरण का आरोप

राज्य मंत्री और पार्टी की युवा शाखा के प्रमुख उदयनिधि स्टालिन की अध्यक्षता में पूरे तमिलनाडु में भूख हड़ताल शुरू हुई। वल्लुवर कोट्टम में विरोध दर्ज कराने के लिए उदयनिधि के साथ द्रमुक के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री दुरईमुरुगन एमए सुब्रमण्यम और पीके शेखर बाबू पार्टी सांसद विधायक के साथ साथ चेन्नई की मेयर प्रिया आर भी शामिल हुईं।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Sun, 20 Aug 2023 11:56 PM (IST)
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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संघर्ष जारी रहेगा, नीट में छूट मिलने तक द्रमुक नहीं रुकेगी।
चेन्नई, पीटीआई। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) को खत्म कराने के लिए रविवार को सत्तारूढ़ द्रमुक ने राज्यव्यापी भूख हड़ताल की। नीट परीक्षा का बच्चों और उनके माता-पिता के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को ध्यान में रखते हुए द्रमुक ने यह हड़ताल करने का फैसला किया।

उदयनिधि स्टालिन की अध्यक्षता में शुरू हुई हड़ताल

राज्य मंत्री और पार्टी की युवा शाखा के प्रमुख उदयनिधि स्टालिन की अध्यक्षता में पूरे तमिलनाडु में भूख हड़ताल शुरू हुई। वल्लुवर कोट्टम में विरोध दर्ज कराने के लिए उदयनिधि के साथ द्रमुक के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री दुरईमुरुगन, एमए सुब्रमण्यम और पीके शेखर बाबू, पार्टी सांसद, विधायक के साथ साथ चेन्नई की मेयर प्रिया आर भी शामिल हुईं। नीट की वजह से आत्महत्या करने वाले अभ्यर्थियों की एक तस्वीर मंच पर लगायी गयी और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गयी।

लागू होने के बाद से ही तमिलनाडु में जारी है विरोध

पिछले सप्ताह एक अभ्यर्थी की आत्महत्या के मद्देनजर इस केंद्रीय प्रवेश परीक्षा को रद करने की मांग को लेकर पूरे राज्य में भूख हड़ताल का आह्वान किया गया है। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने एक शादी समारोह में कहा कि उनकी पार्टी नीट लागू होने के बाद से ही उसका विरोध कर रही है।

बीजेपी का आरोप, नीट का हो रहा राजनीतिकरण

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संघर्ष जारी रहेगा, नीट में छूट मिलने तक द्रमुक नहीं रुकेगी। भले ही सत्ता में रहे या न रहे, यह आंदोलन लोगों के लिए काम करता रहेगा। इस बीच, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलई ने सत्तारूढ़ द्रमुक पर नीट का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीट कोई मुद्दा नहीं है लेकिन द्रमुक ने इसे एक भावुक मसले में बदल दिया है जिसके कारण अब छात्र आत्महत्या कर रहे हैं।