Mann Ki Baat: 25 साल से कमाई का एक हिस्सा कर रहे दान, 1500 से अधिक बच्चों मिला लाभ; कौन हैं लोगानाथन जिनका PM ने किया जिक्र
पीएम मोदी ने मन की बात के दौरान कोयम्बटूर के लोगानाथन द्वारा किए गए कार्यों को सराहा। साथ ही प्रधानमंत्री ने उनके संघर्षों पर भी रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि स्वच्छता कोई एक दिन या एक सप्ताह का अभियान नहीं है बल्कि ये तो जीवन में उतारने वाला काम है। हम अपने आसपास ऐसे लोग देखते हैं कोयम्बटूर में रहने वाले लोगानाथन भी बेमिसाल हैं।
By Mohd FaisalEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 26 Nov 2023 01:31 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात के 107वें एपिसोड को संबोधित किया। हर बार की तरह इस बार भी पीएम मोदी ने कई ऐसे लोगों के बारे में बात की, जिन्होंने अपने काम के जरिए बदलाव लाने की कोशिश की है।
ऐसे ही एक शख्स हैं तमिलनाडु के कोयम्बटूर में रहने वाले लोगानाथन। पीएम मोदी ने मन की बात के दौरान कोयम्बटूर के लोगानाथन द्वारा किए गए कार्यों को सराहा। साथ ही प्रधानमंत्री ने उनके संघर्षों पर भी रोशनी डाली।
कौन हैं लोगानाथन?
दरअसल, लोगानाथन तमिलनाडु के कोयम्बटूर के रहने वाले हैं। बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक से रखने वाले लोगानाथन ने ज्यादा पढ़ाई नहीं की है। उनके पिता की मौत होने के बाद घर की जिम्मेदारी लोगानाथन के कंधे पर आ गई थी। उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में नारियल पानी बेचा। हालांकि, बचपन में वे गरीब बच्चों के फटे कपड़ों को देखकर अक्सर परेशान हो जाते थे।लोगानाथन ने गरीब बच्चों की मदद का लिया प्रण
लोगानाथन ने ऐसे बच्चों की मदद का प्रण लिया, जिनके पास पहनने के लिए कपड़े तक नही थे। उन्होंने अपनी कमाई का एक हिस्सा दान देना शुरू कर दिया। जब पैसे की कमी पड़ी तो लोगानाथन ने टॉयलेट तक साफ किए। जिससे जरूरतमंद बच्चों की मदद हो सके। वह पिछले 25 सालों से गरीब बच्चों की मदद के लिए इस काम में जुटे हैं। लोगानाथन के सराहनीय प्रयास से अब तक 1500 से अधिक बच्चों की मदद की जा चुकी है।यह भी पढ़ें- Mann Ki Baat: Intelligence, Idea और Innovation आज भारतीय युवाओं की पहचान, पीएम मोदी ने शादी को लेकर भी दी खास सलाह
पीएम मोदी ने की लोगानाथन की तारीफ
वहीं, पीएम मोदी ने मन की बात के 107वें एपिसोड में लोगानाथन के काम को सराहा।पीएम ने कहा कि उन्होंने बच्चों की मदद की और अपनी कमाई का एक हिस्सा भी दान देना शुरू कर दिया। देशभर में हो रहे इस तरह के अनेकों प्रयास ना सिर्फ हमें प्रेरणा देते हैं, बल्कि कुछ नया कर गुजरने की इच्छाशक्ति भी जगाते हैं।यह भी पढ़ें- Manoj Jha: रेडियो और टीवी का अंतर मिट सा गया है...'मन की बात' कार्यक्रम का मनोज झा ने उड़ाया मजाकउन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि स्वच्छता कोई एक दिन या एक सप्ताह का अभियान नहीं है, बल्कि ये तो जीवन में उतारने वाला काम है। हम अपने आसपास ऐसे लोग देखते भी हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन, स्वच्छता से जुड़े विषयों पर ही लगा दिया। तमिलनाडु के कोयम्बटूर में रहने वाले लोगानाथन भी बेमिसाल हैं।