Tamil nadu:ड्रग और नशीली दवाओं का शिकार हो रहे स्कूली बच्चें, पुलिस अब गांजा तस्करों की तोड़ेगी कमर
तमिलनाडु दक्षिण क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आर सुधाकर ने आइएएनएस से बात करते हुए बताया कि गांजा मुक्त पहल स्कूल जाने वाले युवा बच्चों को नशीली दवाओं के खतरे के शिकार होने से बचाने के लिए की गई है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 16 Oct 2022 11:17 AM (IST)
नई दिल्ली। आइएएनएस। कोयंबटूर ग्रामीण जिला पुलिस ने युवा पीढ़ी के लिए एक नई पहल शुरू की है। ये पहल युवा पीढ़ी को नशे के खतरे से रोकने में मदद करेगा। 'गांजा मुक्त गांवों' के पहल के तहत पुलिस ने पंचायत स्तर की निगरानी समितियां तैयार की हैं।
गांजा मुक्त पहल
तमिलनाडु दक्षिण क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आर सुधाकर ने आइएएनएस से बात करते हुए बताया कि गांजा मुक्त पहल स्कूल जाने वाले युवा बच्चों को नशीली दवाओं के खतरे के शिकार होने से बचाने के लिए की गई है।
आर सुधाकर ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में एक पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा एक निगरानी समिति भी गठित की जाएगी। इस निगरानी समिति में ग्राम पंचायत अध्यक्ष, स्थानीय स्कूल प्रधानाध्यापक, वार्ड सदस्य और नोडल अधिकारी सदस्य शामिल होंगे।
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गांजा और अन्य नशीली दवाओं का नेटवर्क
अधिकारी के मुताबिक, गांजा और अन्य नशीली दवाओं का एक नेटवर्क बना हुआ है जो स्कूली बच्चों को दवाओं की आपूर्ति कर रहा है। आर सुधारक मे कहा कि पुलिस ने शनिवार से अपनी गतिविधियां शुरू कर दी हैं। इसके अलावा ड्रग नेटवर्क पर अंकुश लगाने के लिए जल्द ही निगरानी समितियों का गठन किया जाएगा। हालांकि, पंचायत अध्यक्षों ने हर ग्राम पंचायत में सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भी शामिल करने का सुझाव पेश किया है।Tamilnadu: 25 अक्टूबर आठ घंटे के लिए बंद रहेगा मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, जानें वजह