वर्ल्ड क्लास उपकरणों की वजह से ही बची लोगों की जान, सीएम स्टालिन के आरोपों पर RMC चेन्नई ने दिया जवाब
तमिलनाडु में मौसम की सटीक जानकारी साझा न करने पर सीएम एमके स्टालिन ने रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र की आलोचना की है। सीएम स्टालिन का कहना है कि तमिलनाडु में बारिश की जानकारी और मौसम का सटीक भविष्यवाणी करने में रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र बिल्कुल विफल रहा। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि हमारे पास आधुनिक उपकरण हैं ।
पीटीआई चेन्नई। तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों में जबरदस्त बारिश हुई। बारिश की वजह से राज्य के कई दक्षिण जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। दक्षिणी जिलों में बीते दो दिनों में अब तक के इतिहास की सबसे ज्यादा बारिश हुई। आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हर तरफ बाढ़ का पानी भर गया है।
सीएम स्टालिन ने रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र पर उठाए सवाल
वहीं, सीएम स्टालिन ने राज्य के मौसम के हालात के बारे में सटीक जानकारी न दिए जाने को लेकर भारतीय मौसम विभाग के रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र (RMC) की आलोचना की। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन तक ने रीजनल मौसम विज्ञान की आलोचना की है। सीएम स्टालिन का कहना है कि तमिलनाडु में बारिश की जानकारी और मौसम का सटीक भविष्यवाणी करने में रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र बिल्कुल विफल रहा।
निर्मला सीतारमण ने आरएमसी चेन्नई का किया बचाव
हालांकि, एमके स्टालिन के आरोपों पर केंद्रीय और वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया है। निर्मला सीतारमण स्टालिन की टिप्पणियों का विरोध किया और कहा कि चेन्नई में आरएमसी के पास 'आधुनिक' उपकरण हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने दक्षिण तमिलनाडु में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया था।
आरएमसी चेन्नई ने रविवार को जानकारी दी कि उनके पास हाई स्पीड कंप्यूटर, इसरो की उपग्रह सहायता सुविधाएं, रडार मौजूद हैं।
तमिलनाडु के लिए तीन एक्स-बैंड प्रकार के रडार मौजूद: आरएमसी चेन्नई
वहीं, आरएमसी चेन्नई ने आगे जानकारी दी कि चेन्नई का पूर्वानुमान लगाने के लिए उनके पास दो डॉपलर रडार हैं। वहीं, तमिलनाडु के लिए उनके पास तीन डॉपलर रडार हैं। विज्ञान केंद्र ने आग कहा,"ये इसरो प्रौद्योगिकी के सहयोग से निर्मित एक्स-बैंड प्रकार के रडार हैं। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organisation) ने भी रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र में बुनियादी ढांचे को विश्व स्तरीय बताया है।"
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया,"इस तरह की आलोचना करने से केंद्र के समर्पित कर्मचारियों की भावनाएं आहत होती हैं और यह भारतीय प्रौद्योगिकी का अपमान है। अपील की जाती है कि ऐसी टिप्पणियां न करें।"