भारत का रणनीतिक साझेदार बना तंजानिया, PM Modi और राष्ट्रपति सुलुहू के बीच वार्ता; पांच वर्षों का रोडमैप तैयार
राष्ट्रपति सुलुहू के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रपति की भारत यात्रा को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि तंजानिया को हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदार मानते हैं। तंजानिया भारत का अफ्रीका में सबसे करीबी आर्थिक साझेदार देश है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि भुगतान प्रौद्योगिक यूपीआइ की भारत में मिली सफलता को तंजानिया में भी दोहराया जा सकता है।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 09 Oct 2023 10:37 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अफ्रीका महादेश में चीन के वर्चस्व का काट खोजने में जुटे भारत को तंजानिया के तौर पर एक प्रमुख साझेदार मिल गया है। भारत की आधिकारिक यात्रा पर आई तंजानिया की राष्ट्रपति सुलुहू हसन और पीएम नरेन्द्र मोदी के बीच सोमवार को हुई द्विपक्षीय वार्ता में जो फैसले हुए हैं उनके दूरगामी असर हो सकते हैं।
सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच रोडमैप तैयार
दोनो नेताओं ने भारत और तंजानिया के रिश्ते को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा देने का फैसला किया और साथ ही रक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग को प्रगाढ़ करने के लिए अगले पांच वर्षों का रोडमैप तैयार किया है। दोनो देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार की शुरुआत हो चुकी है और इसे और ज्यादा बढ़ाने की संभावना पर काम किया जा रहा है।
राष्ट्रपति सुलुहू के साथ वार्ता के बाद प्रेस कांफ्रेंस में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति की भारत यात्रा को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि तंजानिया को हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदार मानते हैं। तंजानिया भारत का अफ्रीका में सबसे करीबी आर्थिक साझेदार देश है। अब दोनो देशों ने रणनीतिक साझेदारी की नींव रखी है। स्थानीय मुद्रा में ज्यादा से ज्यादा कारोबार करने को लेकर हम गंभीर है और इस बारे में एक समझौते को अंतिम रूप दे रहे हैं।
रक्षा क्षेत्र में होगा अहम विकास
पीएम ने यह भी बताया कि भुगतान प्रौद्योगिक यूपीआइ की भारत में मिली सफलता को तंजानिया में भी दोहराया जा सकता है। दोनो देशों के विशेषज्ञों के बीच इस बारे में जल्द ही बैठक होने जा रही है।अंतरिक्ष व परमाणु ऊर्जा का आम हित के लिए इस्तेमाल को लेकर भी दोनो देश बात कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में हम एक पांच वर्षीय रोडमैप को लेकर तैयार हुए हैं। इससे सैन्य प्रशिक्षण, समुद्री क्षेत्र में सहयोग व रक्षा उद्योग में रिश्ते स्थापित होंगे।
भारत के पीएम और तंजानिया की राष्ट्रपति के समक्ष दोनो देशों के बीच छह अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। ये समझौते डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन पर, जहाज निर्माण, संस्कृति व खेल जैसे क्षेत्रों में है। भारत ने तंजानिया के ज्यादा छात्रों को छात्रवृत्ति देने का फैसला किया है। बैठक में तंजानिया की राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सदस्य बनाये जाने का समर्थन किया है। दोनो देशों के निजी क्षेत्रों के बीच कई तरह के समझौते हुए हैं।
ये भी पढ़ें: मुफ्त वादों पर चुनाव आयोग ने उठाए सवाल, कहा- ऐसी घोषणाएं चुनाव के वक्त ही क्यों?बताते चलें कि हाल के वर्षों में दर्जनों भारतीय कंपनियों ने तंजानिया में निवेश किया है। बाद में जारी संयुक्त बयान में दोनो देशों ने कहा है कि रणनीतिक साझेदारी स्थापित होने से समुद्री सुरक्षा, रक्षा सहयोग व कारोबार व निवेश के क्षेत्र में अब ज्यादा तेजी से आगे बढ़ा जा सकता है।
स्थानीय मुद्रा में कारोबार को बढ़ावा देने को लेकर दोनो देश उत्साहित हैं। हाल ही में आरबीआइ ने तंजानिया शिलिंग और भारतीय रुपये में कारोबार करने के लिए वोस्ट्रो एकाउंट खोलने की इजाजत दे दी है। इस बारे में जो भी समस्याएं आएंगी, उसको भी सुलझाने को लेकर दोनो देश तैयार हैं। स्वच्छ ऊर्जा एक और अहम क्षेत्र हैं जहां काफी संभावनाएं हैं। ये भी पढ़ें: सिक्किम में बांस के एक पुल पर टिकी तीन हजार पर्यटकों की जिंदगी, जलप्रलय के बाद फंसे लोगHad an excellent meeting with President @SuluhuSamia. We reviewed the full range of India-Tanzania relations and have elevated our time-tested relation to a Strategic Partnership. The areas of our discussion included trade, commerce and people-to-people linkages. pic.twitter.com/ovGfUyDTa3
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2023