TSPSC paper leak Issue: बंदी संजय के आवास पर नोटिस देने पहुंचे एसआईटी के अधिकारी, BJP करेगी विरोध प्रदर्शन
TSPSC paper leak Issue तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) पेपर लीक मामले में एसआईटी के अधिकारी तेलंगाना बीजेपी प्रमुख बंदी संजय के आवास पर उन्हें नोटिस देने पहुंचे। बंदी संजय को संबंधित दस्तावेजों के साथ एसआईटी के सामने पेश होने के लिए पहले ही समन भेजा जा चुका है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 25 Mar 2023 12:02 PM (IST)
हैदराबाद, एजेंसी। TSPSC paper leak Issue: तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (TSPSC) पेपर लीक मामले में एसआईटी के अधिकारी तेलंगाना बीजेपी प्रमुख बंदी संजय के आवास पर उन्हें नोटिस देने पहुंचे।
बता दें की बंदी संजय को संबंधित दस्तावेजों के साथ एसआईटी के सामने पेश होने के लिए पहले ही समन भेजा जा चुका है। आज फिर से उन्हें एसआईटी के अधिकारियों के सामने 26 मार्च को पेश होने के लिए रिमाइंडर नोटिस जारी किया गया हैं।
भाजपा करेगी प्रदर्शन
TSPSC पेपर लीक मामले के खिलाफ तेलंगाना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आज हैदराबाद के इंदिरा पार्क में विरोध प्रदर्शन करेगी। बता दें कि तेलंगाना हाई कोर्ट ने 24 मार्च को 500 लोगों को धरना देने की अनुमति दी थी।
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए बीजेपी प्रवक्ता एनवी सुभाष ने कहा, 'बीजेपी हमेशा लोगों के साथ है और हम हमेशा लोगों के लिए आवाज उठाते हैं। हम 8 साल से लगातार आवाज उठा रहे हैं कि जॉब नोटिफिकेशन में इतनी कमियां और गैप हैं। 30 लाख उम्मीदवार हैं जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। भाजपा नेता ने आगे कहा कि के चंद्रशेखर राव सरकार ने जानबूझकर नौकरी की अधिसूचना में देरी की, क्योंकि सरकारी विभागों में कोई फंड नहीं था।'
'जानबूझकर पेपर लीक किए जा रहे है'
भाजपा नेता ने कहा कि 30 लाख नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए हम धरना दे रहे हैं। सरकारी नौकरी पाने के लिए वे लगभग 3-4 वर्षों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन इस पेपर लीक के कारण चार महीने के लिए परीक्षाएं स्थगित कर दी जाती हैं।बेरोजगार युवाओं को सहारा देने के लिए बीजेपी धरना देना चाहती थी। हम उच्च न्यायालय गए हैं और अदालत ने हमें लगभग 500 लोगों के लिए आज सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक की अनुमति दी है। कानून का पालन करने वाले नागरिकों के रूप में, हम अदालत के फैसले का सम्मान करेंगे। एक शांतिपूर्ण धरना आयोजित किया जाएगा जहां सभी राज्य के नेता आएंगे।