मुख्यमंत्री KCR ने एशियन गेम्स में पदक जीतने पर निखत जरीन और नंदिनी अगसारा को दी बधाई, कहा- देश को है गर्व
चीन में चल रहे एशियन गेम्स में तेलंगाना के एथलीट अपना भरपूर दमखम दिखा रहे हैं। एशियाई खेलों में तेलंगाना के निखत जरीन और नंदिनी अगसारा को मुक्केबाजी और हेप्टाथलॉन खेल श्रेणियों में कांस्य पदक जीतने पर मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन करेगी और यह समर्थन आगे भी जारी रहेगा।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Mon, 02 Oct 2023 12:10 PM (IST)
ऑनलाइन डेस्क, हैदराबाद। चीन में चल रहे एशियन गेम्स में तेलंगाना के एथलीट अपना भरपूर दमखम दिखा रहे हैं। एशियाई खेलों में तेलंगाना के निखत जरीन और नंदिनी अगसारा को मुक्केबाजी और हेप्टाथलॉन खेल श्रेणियों में कांस्य पदक जीतने पर मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने प्रशंसा करते हुए कहा कि दोनों बच्चों ने ऐसी उपलब्धियां हासिल की हैं, जिससे राज्य को गौरव महसूस हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़ी बात है कि गुरुकुल ने शिक्षा के क्षेत्र में देश के लिए मिसाल कायम कर एशियन गेम्स में अपनी ताकत दिखायी है।मुख्यमंत्री ने इस बात की सराहना की कि राज्य के खिलाड़ियों ने तेलंगाना के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दिए गए प्रोत्साहन से तेलंगाना के बच्चे अपनी प्रतिभा दिखाकर न केवल तेलंगाना बल्कि देश के लिए पदक जीतकर खुश हैं।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन करेगी और यह समर्थन जारी रहेगा।
नंदिनी अगसारा
एशियाई खेलों में, तेलंगाना गुरुकुल की छात्रा नंदिनी अगसारा ने हेप्टाथलॉन में कांस्य पदक जीता। नंदिनी तेलंगाना राज्य की एकमात्र एथलीट , जिन्होंने एशियाई खेलों में एथलेटिक्स में भाग लिया है। नंदिनी तेलंगाना सोशल वेलफेयर आवासीय महिला डिग्री कॉलेज, संगारेड्डी में बीबीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। कक्षा 10 तक की पढ़ाई नरसिंगी के गुरुकुल स्कूल में हुई। तेलंगाना समाज कल्याण कल्याण आवासीय शिक्षा संस्थान सोसायटी एथलेटिक्स अकादमी के पहले बैच के छात्रा है।यह भी पढ़ें: Asian Games 2023 Live: भारत ने टेबल टेनिस में जीता ब्रॉन्ज मेडल, सुतीर्था/अहिका कड़े संघर्ष के बाद हारीं
नंदिनी का जन्म एक साधारण गरीब परिवार में हुआ । उनके पिता यल्लैया ने चाय बेची और अपनी बेटी का दाखिला गुरुकुल स्कूल में कराया। शिक्षा में असफल होने के दौरान नंदिनी की रुचि खेल के क्षेत्र में बढ़ी। हेप्टाथलॉन के अलावा, नंदिनी ने लगातार विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और प्रशंसा प्राप्त की है।