तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ने केंद्र सरकार से केसीआर के खिलाफ कार्रवाई करने का किया आग्रह
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को कालेश्वरम परियोजना में कथित भ्रष्टाचार को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर पर आरोप लगाया था। मामले में आज टीपीसीसी के अध्यक्ष रेड्डी ने केंद्र से कालेश्वरम परियोजना पर बयानबाजी बंद करने और मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
By Versha SinghEdited By: Updated: Wed, 03 Aug 2022 03:16 PM (IST)
हैदराबाद, एजेंसी: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को दलित मुख्यमंत्री बनाने जैसे अपने वादों को पूरा नहीं करने और कालेश्वरम परियोजना में कथित भ्रष्टाचार को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर निशाना साधा था।
उन्होंने कहा था कि, केसीआर ने वादा किया था कि तेलंगाना में कोई दलित व्यक्ति ही हमारा मुख्यमंत्री होगा। उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना में करीब 14-15 फीसदी दलित और 10 फीसदी आदिवासी रहते हैं लेकिन केसीआर को इतनी बड़ी जनसंख्या में से कोई भी सक्षम व्यक्ति नहीं मिला जो तेलंगाना का मुख्यमंत्री बन सके।
इस मामले को लेकर बुधवार को तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने केंद्र सरकार से कालेश्वरम परियोजना पर महज बयानबाजी बंद करने और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
बता दें कि केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोप लगाया था कि कलेश्वरम सिंचाई परियोजना गलत डिजाइन पर बनाई गई थी और इसमें इंजीनियरिंग की खामियां हैं।
मामले को लेकर रेवंत रेड्डी ने उनसे पूछा कि केंद्र सरकार सभी तथ्यों को जानने के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
शेखावत के बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए कांग्रेस नेता ने ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने लिखा अपने ट्वीट में लिखा, कलेश्वरम केसीआर के लिए एटीएम बन गया है... सच है! केसीआर कालेश्वरम कमीशन के लिए बनाया गया था... सच है! कलेश्वरम एक डिजाइन दोष के कारण जलमग्न...सच है! आप केसीआर की लूट और भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं करते हैं... यह भी एक निर्विवाद तथ्य है। कांग्रेस नेता ने केंद्रीय मंत्री को बयानबाजी बंद करने और कड़ी कार्रवाई शुरू करने की सलाह दी।
मंगलवार को यादाद्री में भाजपा द्वारा आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा था कि कालेश्वरम गलत डिजाइन के साथ बनाया गया था।उन्होंने कहा कि, यह परियोजना बिना किसी अनुमति के बनाई गई थी, जिसमें पर्यावरण मंजूरी भी शामिल है और इसे पैसे कमाने के लिए दुधारू गाय के रूप में इस्तेमाल किया गया है।
कलेश्वरम को राष्ट्रीय दर्जा देने की केसीआर की मांग पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, वह चाहते हैं कि राष्ट्रीय दर्जा विफलताओं और भ्रष्टाचार को छुपाए और राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा चाहता है।शेखावत ने यह भी आरोप लगाया कि गलत डिजाइन और दोषपूर्ण इंजीनियरिंग के कारण, परियोजना के तीन पंप हाउस हाल ही में गोदावरी बाढ़ में जलमग्न हो गए।