Telangana News: तेलंगाना सरकार दे रही है छात्रों को मिड डे मिल की सुविधा, मेन्यू में अंडा और वेज बिरयानी शामिल
Telangana News तेलंगाना के सरकारी स्कूलों में मिड डे मिल योजना की शुरुआत की गयी है। बच्चों को स्कूल में नियमित आने के लिए उत्साहित करने के साथ-साथ उनको पोषित करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गयी है।
By Babli KumariEdited By: Updated: Fri, 08 Jul 2022 09:08 AM (IST)
हैदराबाद, एजेंसी। मध्याह्न भोजन योजना तेलंगाना में एक स्कूल भोजन कार्यक्रम है जिसे स्कूली आयु वर्ग के बच्चों के पोषण संबंधी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जिसमें कई स्कूल शामिल किये गए हैं। इस कार्यक्रम के बाद बच्चों में खाने को लेकर उत्साह है। शिक्षकों ने भी केसीआर सरकार को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया है।
यह कार्यक्रम सरकारी स्कूलों में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए कार्य दिवसों पर मुफ्त लंच की आपूर्ति करता है। मिड-डे मील का मेन्यू दाल, चावल, अंडा और वेज बिरयानी है।
हैदराबाद के बॉयज सरकारी स्कूल के कक्षा 6 के छात्र मोहम्मद अहमद ने बताया कि उन्हें हर दिन मिड-डे मील मिलता है, खाने में दाल, चावल और अंडा मिलता है। अहमद ने कहा, 'खाना बहुत स्वादिष्ट होता है। हमें खेलने का समय मिलता है और शिक्षक भी बहुत अच्छे हैं।'गोलकुंडा के सरकारी लड़कों के हाई स्कूल के एक सहायक भौतिक विज्ञान शिक्षक मोहम्मद रिजवान अली ने कहा, 'मध्याह्न भोजन एक विचारशील अवधारणा है। हर दिन उन्हें छात्रों के लिए भोजन मिलता है और शनिवार को वे छात्रों को वेज बिरयानी प्रदान करते हैं। सरकारी योजना मध्याह्न भोजन एक अच्छी पहल है।'
सरकारी लड़कों के स्कूल के 9वीं कक्षा के एक छात्र ने कहा, 'हमें हर दिन दाल चावल और अंडे मिलते हैं, मैं केसीआर से इस सुविधा को जारी रखने का आग्रह करता हूं।'सुरेश, एक स्कूल शिक्षक ने कहा, 'हर दिन लगभग 200 बच्चे खाना खाते हैं, रोजाना हमें दाल और चावल मिलते हैं और हर दूसरे दिन हमें अंडे मिलते हैं, शनिवार को वेज बिरयानी। स्कूल में आर्थिक रूप से कमजोर लोग हैं जो नाश्ता नहीं कर सकते हैं और सीधे दोपहर का खाना खाते हैं। इसलिए, मैं मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने के लिए सरकार को धन्यवाद देता हूं और सरकार से भोजन जारी रखने का आग्रह करता हूं।' उन्होंने कहा, 'यहां हर दिन 250 से ज्यादा बच्चे मिड-डे मील खाते हैं।'
क्या है मिड डे मील योजना सरकार की ओर से सरकारी स्कूल में सभी बच्चों को मध्यान्ह भोजन दिया जाता है, ताकि स्कूल में बच्चे रोजाना आयें और उन्हें पर्याप्त पोषण मिलता रहे। जिसे देखते हुए सरकार ने मिड डे मील योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सरकार बच्चों को शिक्षा के साथ ही स्वस्थ और पोषित बनाना चाहती है।