टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ बढ़ाए जाने पर सोशल मीडिया पर हलचल, पढ़ें लोगों के रिएक्शन
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा एक दिसंबर से बढ़ाए जा रहे टैरिफ बढ़ाने का एलान किया है। इसी के बाद से सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग रिएक्शन दें रहे है।
By Ayushi TyagiEdited By: Updated: Wed, 20 Nov 2019 05:31 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। आइडिया, वोडाफोन और एयरटेल ने 1 दिसंबर से एलान किया है कि वो अपना टैरिफ बढ़ाने जा रहा है। इससे पहले जिया ने नॉन जियो कॉलिंग के लिए पैसे लेने शुरू किया है। जियो ने ऐसा करने के लिए इंटरकनेक्ट यूजर चार्ज (IUC) का हवाला दिया। दरअसल, एडजस्टेड की वजह से टेलीकॉम कंपनियों को काफी नुकसान हो रहा है।
वोडाफोन और एयरटल की इस घोषणा के बाद से सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि सभी आपरेटर चाहते है कि वह TRAI की शर्तें मानें और एक जनवरी 2020 से चार्ज शून्य करे। लेकिन, एयरटेल और वोडाफोन इस पर सहमत नहीं है।
यूजर्स कंपनियों के इस फैसले पर नाराजगी जता रहे हैं।
वहीं कुछ ने कहा कि दामों को बढ़ना कभी भी मुद्दा नहीं रहा है। लोगों ने सर्विस को लेकर शिकायत की। बढ़ाए गए दामों का कई यूजर ने समर्थन भी किया। एक यूजर नूपुर ने लिखा कि कितमों का बढ़ना फिर भी ठीक है, लेकिन, नेटवर्क और कॉल ड्रॉप की समस्या का क्या?
हालांकि, कई यूजर इसपर बड़े ही मजाकिया तरह से प्रतिक्रिया व्यक्त की। एक ने लिखा कि वोडाफोन यूजर्स के लिए नो नेट नवंबर ज्यादा सही रहेगा। इसी के साथ ट्विटर पर #switchtobsnl भी ट्रेंड करना लगा। दरअसल, AGR वर्डिक्ट के बाद से टेलिकॉम कंपनियों पर 92,000 करोड़ का वित्तीय दबाव हो गया है। तीन महिनों के अंदर-अंदर कंपनियों को दूरसंचार मंत्रालय को इस पैसे का भुगतान करना होगा।
आखिर क्यों हुआ कंपनियों को नुकसान रिलायंल जियो जब तक मार्केट में नही आया था तब तक कंपनिया डाटा, एसएमएस जैसी सर्विस के लिए अलग-अलग प्लॉन्स देती थी। लेकिन, जब से जियो आया तब से कंपनियों ने अलग-अलग एक ही प्लान में सारी सर्विस देना शुरु कर दिया।