Ten Major Earthquakes: दुनिया में आए 10 विनाशकारी भूकंप, तबाही का वो खौफनाक मंजर जो आज भी लोग नहीं भूले
दुनिया के कई देशों में भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है। कई बार भूकंप की वजह से हजारों लोगों की जानें जा चुकी है। आइए जानते हैं दुनिया में आए 10 सबसे विनाशकारी भूकंप के बारे में जिसे लोग आज भी याद करते हैं।
By Piyush KumarEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 07 Feb 2023 03:22 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। तुर्किये और सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) को आए भूकंप में 2500 से ज्यादा लोगों की जानें चली गई। रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप से दोनों देश दहल उठे। यह कोई पहला मौका नहीं है जब भूकंप ने ऐसी भयानक तबाही मचाई हो। इससे पहले भी कई बार भूकंप की वजह से हजारों लोगों की जानें जा चुकी है। आइए जानते हैं दुनिया में आए 10 सबसे विनाशकारी भूकंप के बारे में, जिसे लोग आज भी याद करते हैं।
1. वाल्डिविया, चिली 22 मई 1960 (तीव्रता 9.5)
चिली में आए इस भूकंप में 1655 लोग मारे गए थे और 3000 लोग घायल हुए थे। भूकंप के बाद करीब 20 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए थे। इस आपदा की वजह से चिली को 550 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ था। भूकंप की वजह से उत्पन्न सूनामी ने हवाई, जापान और फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड तक में तबाही मचाई थी।
2. प्रिंस विलियम साउंड, अलास्का 28 मार्च 1964 (तीव्रता 9.2)
अमेरिका के अलास्का में 28 मार्च 1964 को 9.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिका के अलावा भूकंप के झटके कनाडा में भी महसूस किए गए थे। भूकंप के केंद्र से 120 किमी उत्तर-पश्चिम में एंकोरेज शहर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। जानकारी के मुताबिक, तकरीबन तीन मिनट तक धरती हिलती रही।3. सुमात्रा, इंडोनेशिया 26 दिसंबर 2004 (तीव्रता 9.1)
26 दिसंबर 2004 में इंडोनेशिया के उत्तरी भाग में स्थित असेह के निकट रिक्टर पैमाने पर 8.9 तीव्रता के भूकंप के बाद समुद्र के भीतर सुनामी उठी थी। इस सुनामी का असर दक्षिण एशिया और पूर्वी अफ्रीका के 14 देशों पर पड़ा था। जानकारी के मुताबिक इस प्राकृतिक हादसे में 227,900 लोग मारे गए या मृत मान लिए गए वहीं, लगभग 1.7 मिलियन लोग विस्थापित हुए। भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के बैंड आचेह से 250 किमी दक्षिण-पूर्व में 30 किमी की गहराई में था।
4. सेंदाई, जापान 11 मार्च 2011 (तीव्रता 9.0)
इस दिन जापान में प्रशांत तट पर तोहोकू के पास समुद्र में रिक्टर पैमाने पर 9 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद सुनामी ने भयंकर तबाही मचाई। इस आपदा में करीब 19 हजार लोगों की मौत के साथ ही संपत्ति का भारी नुकसान हुआ था।5. गुजरात, भारत 26 जनवरी 2001 (तीव्रता 7.7)
26 जनवरी 2001 को गुजरात के भुज में भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई। भूकंप सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर आया और दो मिनट तक चला। इस भूकंप में 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा हजारों लोग घायल हो गए थे। इस भयानक त्रासदी की वजह से लाखों लोग बेघर हो गए थे। भूकंप की वजह से कई लोगों के घर जमींदोज हो गए कई लोग मलबे में दबे रह गए। भुज शहर में प्रसिद्ध स्वामीनारायण मंदिर को भी आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा था।
6. हैती, 13 जनवरी 2010 (तीव्रता 7.0)
13 जनवरी, 2010: हैती में 7.0 तीव्रता के भूकंप ने राजधानी पोर्ट-ओ- प्रिंस को तबाह कर दिया और लगभग 3,16,000 लोग मारे गए। 80,000 इमारतें नष्ट हो गईं।7. चिली 27 फरवरी 2010 (तीव्रता 8.8)
27 फरवरी 2010 को बायो-बायो, चिली में भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई थी। इस भूकंप ने चिली की 80 प्रतिशत आबादी को प्रभावित किया था। इस भूकंप के झटके से सिर्फ चिली ही नहीं बल्कि आसपास के कई देश में भी महसूस किए गए।8. पाकिस्तान, 8 अक्टूबर 2005 (तीव्रता 7.6)
8 अक्टूबर, 2005: पाकिस्तान के उत्तर पूर्व में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 73,000 लोग मारे गए। इस भूकंप से जम्मू-कश्मीर में भी 1,244 लोग मारे गए।9. इंडोनेशिया, 11 अप्रैल 2012 (तीव्रता 8.6)
11 अप्रैल 2012 को सुमात्रा, इंडोनेशिया में भूकंप की तीव्रता 8.6 मापी गई। भूकंप का केंद्र जमीन से काफी नीचे होने की वजह से तबाही वैसी नहीं हुई जिसकी आशंका जताई जा रही थी।