मानसून की दस्तक का पेट्रोल-डीजल की मांग पर पड़ा असर, जुलाई के पहले पखवाड़े में घटी मांग
पेट्रोल की बिक्री 10.5 प्रतिशत घटकर 12.5 लाख टन मासिक आधार पर 11 प्रतिशत घटी बिक्री। सबसे ज्यादा खपत वाले ईंधन डीजल की मांग 15 प्रतिशत घटकर 29.6 लाख टन रह गई। मानसून के आने के साथ ही जून के दूसरे पखवाड़े से इसकी मांग घटने लगी थी। मासिक आधार पर डीजल की बिक्री में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट आई है।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 17 Jul 2023 09:13 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। देश में पेट्रोल और डीजल की खपत में जुलाई के पहले पखवाड़े में गिरावट आई है। आंकड़ों के अनुसार, मानसून के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की वजह से लोगों ने अपनी यात्रा की योजना टाल दी है। इसके अलावा कृषि क्षेत्र में भी ईंधन की मांग घट गई है। इससे पेट्रोल-डीजल की कुल मांग प्रभावित हुई है। देश में सबसे ज्यादा खपत वाले ईंधन डीजल की मांग एक से 15 जुलाई के दौरान 15 प्रतिशत घटकर 29.6 लाख टन रह गई।
एस' के इस्तेमाल से बढ़ी थी डीजल की खपत
कुल ईंधन मांग में डीजल का हिस्सा करीब 40 प्रतिशत है। गर्मियों में वाहनों में 'एसी' का इस्तेमाल बढ़ने तथा कृषि क्षेत्र की मांग में उछाल से अप्रैल और मई में डीजल की मांग क्रमश: 6.7 प्रतिशत और 9.3 प्रतिशत बढ़ी थी।मानसून के आने के साथ ही जून के दूसरे पखवाड़े से इसकी मांग घटने लगी थी। मासिक आधार पर डीजल की बिक्री में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। एक से 15 जून के दौरान डीजल की बिक्री 36.8 लाख टन रही थी। समीक्षाधीन अवधि में पेट्रोल की बिक्री भी 10.5 प्रतिशत घटकर 12.5 लाख टन रह गई। मासिक आधार पर पेट्रोल की बिक्री 10.8 प्रतिशत घटी है।
मानसून के साथ इन ईंधन की मांग सुस्त पड़ी है
भारत में मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर दोनों आगे बढ़ रहे हैं, जिससे देश में ईंधन की मांग भी तेज रही है। इसकी वजह से मार्च के दूसरे पखवाड़े में पेट्रोल और डीजल की मांग बढ़ी थी। हालांकि, मानसून के आगमन के साथ इन ईंधन की मांग सुस्त पड़ी है।एटीएफ की मांग 6.1 प्रतिशत बढ़ी हवाई यात्राओं में लगातार बढ़ोतरी के साथ विमान ईंधन (एटीएफ) की मांग एक से 15 जुलाई के दौरान पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 6.1 प्रतिशत बढ़कर 3,01,800 टन हो गई। यह जुलाई, 2021 के पहले पखवाड़े की तुलना में दोगुना से ज्यादा है। हालांकि, महामारी-पूर्व की अवधि एक से 15 जुलाई, 2019 की तुलना में 5.9 प्रतिशत कम है। मासिक आधार पर विमान ईंधन की बिक्री में करीब 6.7 प्रतिशत की गिरावट आई है। एक से 15 जून के दौरान एटीएफ की बिक्री 3,23,500 टन रही।