आपके किचन में छुपा है 'इम्युनिटी बूस्टर' का खजाना, पाचन तंत्र रहेगा 'ऑलवेज गुड'
Immunity Booster कानपुर के डॉ. अर्पिता सी राज ने बताया कि तुलसी तथा हल्दी में एंटी बैक्टीरियल व एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं।
By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Sat, 09 May 2020 01:06 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Immunity Booster: कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन ने सामान्य दिनचर्या को प्रभावित किया है। लंबे समय से लगातार घर में रहने और आउटडोर एक्टिविटीज बंद होने के कारण शारीरिक निष्क्रियता में भी वृद्धि हुई है, जिसके चलते लोगों में पाचनतंत्र बिगड़ रहा है और कब्ज, एसिडिटी, पेट में भारीपन तथा अपच की समस्याएं बढ़ गई हैं।
कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए आयुष मंत्रालय की एडवाइजरी के परिपालन की सलाह का सीधा अर्थ है कि हमें लॉकडाउन के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना है। यह तभी संभव है जब हमारी दिनचर्या सुव्यवस्थित होगी और पाचनतंत्र सुचारु रूप से काम करेगा। गुनगुने पानी का सेवन इस दिशा में बेहतर उपाय है। जानें क्या कहते है कानपुर के चिकित्साधिकारी, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के डॉ. अर्पिता सी राज।
आयुर्वेद के अनुसार, खान-पान में कुछ सामान्य चीजों को आदत में लाने से पाचनतंत्र सक्रिय बना रहता है, जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है। अधिसंख्य लोग भोजन के पश्चात ठंडा पानी पीते हैं, जो पाचनतंत्र को सुस्त बनाता है। इससे एब्साप्र्शन, एसिमिलेशन, मेटाबॉलिज्म और डाइजेशन ठीक से काम नहीं कर पाते। परिणामस्वरूप सही से पच न सका भोजन टॉक्सिन में परिवर्तित हो जाता है। गुनगुना पानी पाचन क्रिया को तेज कर देता है। परिस्थितियों को देखते हुए इस संक्रमण काल में आयुर्वेद में वर्णित जीवनशैली, संतुलित भोजन, आहारविहार, घर पर ही व्यायाम, योग, प्राणायाम सेहत के लिए बहुत जरूरी हैं।
सुपाच्य भोजन व सकारात्मक सोच
- दही व छाछ पाचनतंत्र को सक्रिय बनाएगा
- लहसुन, अदरक, नींबू का सेवन जरूर करें
- दालचीनी तथा मेथी मेटाबॉलिज्म ठीक रखते हैं
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त सूखे मेवों का सीमित मात्रा में प्रयोग करें
- भय, गुस्सा और उलझन के कारण एंजाइम का स्राव असंतुलित होने से पित्त बढ़ता है, जो पाचनतंत्र को खराब करता है
- पर्याप्त मात्रा में नींद भी जरूरी है लेकिन असमय सोने से बायोलॉजिकल क्लॉक डिस्टर्ब होती है और इससे पाचनतंत्र प्रभावित होता है
इन्हें भी अपनाएं
- गरिष्ठ तले-भुने भोजन तथा जंक फूड से परहेज करें
- घर में हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि चाय, कॉफी का सेवन बढ़ा दें
- लॉकडाउन परिस्थितिजन्य समस्या है, इसलिए तनावमुक्त होकर समय बिताएं
- भले ही यह समय घर में बीत रहा है लेकिन अपनी दिनचर्या और खान- पान समय पर ही रखें
- किसी भी तरह की समस्या होने पर खुद से उपचार न करें। तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेकर इलाज कराएं