सार्क शिखर सम्मेलन के आयोजन पर नहीं बनी है सर्वसम्मति : भारत
कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान ने सार्क सम्मेलन की मेजबानी करने के अपने प्रस्ताव को दोहराया था। जिसके बाद अब भारत ने कहा कि उस स्थिति में कोई गुणात्मक परिवर्तन नहीं है जिससे रुके हुए सार्क शिखर सम्मेलन को आयोजित किया जा सके।
By Monika MinalEdited By: Updated: Fri, 07 Jan 2022 04:22 AM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने गुरुवार को कहा कि उस स्थिति में कोई गुणात्मक परिवर्तन नहीं है, जिससे रुके हुए सार्क शिखर सम्मेलन को आयोजित किया जा सके। भारत ने कहा कि शिखर सम्मेलन के आयोजन पर कोई सर्वसम्मति नहीं बनी है। भारत की तरफ से यह बयान पाकिस्तान द्वारा सम्मेलन की मेजबानी करने के अपने प्रस्ताव को दोहराने के कुछ दिनों बाद आया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा था कि इस्लामाबाद शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है। अगर भारत व्यक्तिगत रूप से इसमें भाग नहीं लेना चाहता है तो वह इसमें आनलाइन शामिल हो सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, हमने सार्क शिखर सम्मेलन के बारे में पाकिस्तान के विदेश मंत्री की टिप्पणियों को लेकर मीडिया की खबरें देखी हैं। आप इस पृष्ठभूमि से अवगत हैं कि 2014 के बाद से सार्क शिखर सम्मेलन क्यों नहीं हुआ। उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा, तब से स्थिति में कोई गुणात्मक परिवर्तन नहीं हुआ है। इसलिए, अब भी कोई आम सहमति नहीं है जो शिखर सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति देती हो।
अफगानिस्तान को गेहूं भेजने के बारे में बागची ने कहा कि सरकार पाकिस्तानी अधिकारियों के संपर्क में है और इसका तौर-तरीका तय करने के लिए बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान को 50,000 टन गेहूं देने को लेकर प्रतिबद्ध है। बागची ने यह भी कहा कि श्रीलंका में त्रिंकोमाली आयल टैंक फार्म प्रोजेक्ट दोनों देशों के बीच ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगा। उल्लेखनीय है कि त्रिंकोमाली आयल टैंक फार्म को विकसित करने के लिए भारत और श्रीलंका के बीच गुरुवार को ही समझौता हुआ है। बागची ने बताया कि कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग बाकी बचे भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहा है। श्रीलंका ने पिछले महीने 68 भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया था। उनमें 12 की रिहाई हो चुकी है।